Farmer Protest Delhi: यूपी के 5 हजार किसानों ने दिल्ली के लिए कूच कर दिया है और पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी है। किसान बैरिकेड पर चढ़ गए। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए दिल्ली-यूपी को जोड़ने वाले चिल्ला बॉर्डर पर जगह-जगह बैरिकेडिंग की है।
बॉर्डर पर RAF के जवान तैनात हैं और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। वाहनों की चेकिंग के चलते 5 किलोमीटर का लंबा जाम लग गया है और नोएडा एक्सप्रेस-वे दोनों तरफ से बंद हो गया है।
इससे पहले, दोपहर 12 बजे से किसान नोएडा के महामाया फ्लाई ओवर के पास 5000 किसान इकट्ठा हुए। संसद को घेराव करने के दिल्ली की तरफ बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद उनकी पुलिस से नोकझोंक हो गई।
इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को दिल्ली कूच का एलान किया था। नोएडा की ओर से किसान दिल्ली के लिए कूच करेंगे। इसके चलते नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी करके दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी है। किसान महामाया फ्लाईओवर के पास दोपहर 12 बजे जुटेंगे।
सड़कों पर चार हजार से ज्यादा पुलिस बल
किसान नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना क्षेत्र के गांव से आएंगे। किसानों ने महामाया फ्लाईओवर के पास पहुंचने के लिए दोपहर 12 बजे का समय तय किया है। किसान बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर यहां पर पहुंचेंगे। कानून-व्यवस्था को देखते हुए पुलिस किसानों को अलग-अलग रोकने की योजना बना सकती है इसलिए अन्य सड़कों पर भी जाम रह सकता है।
किसानों के दिल्ली कूच के कारण पुलिस की ओर से जीरो प्वाइंट पर बैरिकेड लगाकर चेकिंग की जा रही है। इसके अलावा कासना, दादरी अन्य रूट से दिल्ली जाने वाले मार्ग पर भी बैरिकेडिंग लगी है। कई किसान नेताओं को उनके घर में नजरबंद किया गया है। किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए चार हजार से ज्यादा पुलिस बल सड़कों पर है।
नए कृषि कानूनों के तहत उचित मुआवजे और लाभ की मांग
मार्च (Farmer Protest) के बारे में बोलते हुए, भारतीय किसान परिषद (बीकेपी) नेता सुखबीर खलीफा ने कहा कि किसान नए कृषि कानूनों के तहत उचित मुआवजे और लाभ की मांग के लिए विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कह, “हम दिल्ली की ओर अपने मार्च के लिए तैयार हैं। हम नोएडा में महामाया फ्लाईओवर के नीचे से अपना मार्च शुरू करेंगे। दोपहर तक, हम वहां पहुंचेंगे और नए कानूनों के अनुसार अपने मुआवजे और लाभ की मांग करेंगे।”
अन्य राज्यों में भी विरोध प्रदर्शन
बीकेपी का मार्च किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) और संयुक्त किसान मोर्चा सहित विभिन्न किसान संगठनों के व्यापक प्रदर्शन का हिस्सा है। ये समूह 6 दिसंबर को दिल्ली तक अपना मार्च शुरू करेंगे। इसके अलावा, केरल, उत्तराखंड और तमिलनाडु में भी किसान संघ उसी दिन अपनी-अपनी विधानसभाओं तक मार्च की योजना बना रहे हैं।
पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा पर किसान दिल्ली की ओर अपने मार्च को रोके जाने के विरोध में 13 फरवरी से डेरा डाले हुए हैं। किसान मजदूर संघर्ष समिति (केएमएससी) के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने घोषणा की कि ये किसान भी 6 दिसंबर के मार्च में शामिल होंगे।
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किसानों के विरोध के नियोजित मार्ग
किसानों ने महामाया फ्लाईओवर से दिल्ली की ओर मार्च शुरू करने की योजना बनाई है। शंभू सीमा (पंजाब-हरियाणा सीमा) पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान 6 दिसंबर को दिल्ली मार्च में शामिल होंगे।
दिल्ली जाने वाले किसानों के पहले समूह (Farmer Protest) का नेतृत्व किसान नेता सतनाम सिंह पन्नू, सुरिंदर सिंह चौटाला करेंगे। सुरजीत सिंह फूल, और बलजिंदर सिंह उनकी यात्रा में अंबाला, मोहरा अनाज बाजार, खानपुर जट्टान और हरियाणा के पिपली पड़ाव में शामिल होंगे।
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