भोपाल। उप्र में फर्जी वोटर आईडी बनाने के गोरखधंधे के खुलासे के बाद मप्र में भी इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेश में इस तरह के मामले सामने आने के बाद पुलिस को भी अलर्ट जारी कर दिया है। अब पुलिस इस मामले पर सख्त हो गई है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश के मुरैना जिले और आस-पास के क्षात्रों में भी फर्जी वोटर आईडी बनाने का गोरखधंधा चल रहा है। फर्जी आईडी बनाने वाले इस गिरोह का मास्टरमाइंड हरदा के अरमान मलिक का नाम सामने आया है। यह आरोपी पहले दिल्ली में रह रहा था। इसके बाद पिछले दिनों से यहां लगातार फर्जी वोटर आईडी बनाने का काम करने लगा था। पुलिस इस मामले में अलर्ट हो गई है।
उप्र में इस मामले के खुलासे के बाद मप्र से भी इसका कनेक्शन सामने आया है। पुलिस को जानकारी मिलने के बाद कई दूसरे गिरोह के आरोपी भी रडार पर आ गए हैं। एमपी पुलिस अपने स्तर पर इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर जांच कर रही है। बता दें कि बीते दिनों उप्र पुलिस ने सहारनपुर जिले की पुलिस ने बीते बुधवार को भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में सेंध लगाकर फर्जी वोटर आईडी बनाने के आरोप में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया था कि इन आरोपियों ने उप्र में हजारों लोगों को फर्जी आईडी बना दी है। वहीं मप्र में भी इस तरह के मामले सामने आने के बाद पुलिस अलर्ट पर हो गई है।
आयोग ने इंटेलिजेंस एजेसिंयों को दी सूचना…
बता दें कि चुनाव आयोग की वेबसाइट में सेंध लगाकर आरोपियों ने फर्जी वोट आईडी बनाने का धंधा शुरू किया था। उप्र में आरोपियों ने करीब 10 हजार फर्जी वोटर आईडी बनाई हैं। पुलिस ने बताया कि उप्र के सहारनपुर जिले में मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। ऐ सभी आरोपी छोटी सी कंप्यूटर की दुकान में यह गोरखधंधा करते थे। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की थी। इसके तार मप्र में भी मिले थे। इसके बाद से चुनाव आयोग इस मामले में इंटेलीजेंस एजेंसी की भी मदद ले रही हैं। इसके साथ ही पुलिस को भी इस मामले में अलर्ट कर दिया गया है।