FAIMA Doctors Strike: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकत करने के बाद फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने बीचे दिन मंगलवार (13 अगस्त) को अपनी हड़ताल को वापस लेने का ऐलान कर दिया था।
वहीं, दूसरी तरफ फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोशिएशन (FAIMA) सहित अन्य रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन अभी भी हड़ताल पर रहेंगे। 14 अगस्त को भी हड़ताल पर रहने के बाद मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। FAIMA ने कहा है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं कर दिया जाता है, जब तक उनका आदोलन ऐसे ही जारी रहेगा।
FAIMA की जारी रहेगी हड़ताल
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोशिएशन (FAIMA) ने कहा कि वह बुधवार (14 अगस्त) को भी अपनी इस हड़ताल को जारी रखेंगे। FAIMA डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने जानकारी दी कि हमें इसकी खबर मिली है कि रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के एक संगठन ने हड़ताल वापस लेने का फैसला किया है।
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन डॉक्टर्स एसोसिएशन हड़ताल पर रहेंगे। हमारी सिर्फ एक मांग को पूरी किया गया है और वह भी उच्च न्यायालय के द्वारा पूरा किया गया है। हमें इसमें राज्य सरकार या फिर केंद्र सरकार की ओर से अधिक सहयोग नहीं मिला है।
FAIMA डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने आगे कहा कि हम स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एक केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम चाहते हैं और हम उस पर कुछ ठोस फैसले चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध करता हूं कि वह हमें कुछ ठोस दें ताकि भविष्य में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर्स के साथ ऐसा कुछ न हो। यह समय का चरम है।
दिल्ली एम्स समेत कई हॉस्पिटल्स में हड़ताल जारी
FORDA के हड़ताल वापस लेने के बाद लग रहा था कि FAIMA भी अपनी पड़ताल को वापस ले लेगा, लेकिन दिल्ली एम्स, सफदरजंग अस्पताल, आर.एम.एल इंदिरा गांधी हॉस्पिटल द्वारका, पी.जी.आई.एम एस और दीप बंधु अस्पताल में यह हड़ताल जारी रहेगी। इन हॉस्पिटल्स के रेजीडेंट डॉक्टर्स भी फिलहाल हड़ताल पर ही रहेंगे। हड़ताल के दौरान इन हॉस्पिटल्स में ओपीडी सेवाएं बाधित रहेंगी।
FORDA ने खत्म की हड़ताल
FORDA ने कहा कि हड़ताल खत्म करने का फैसला मरीजों के हित को देखते हुए लिया गया है। एसोसिएशन के बयान के मुताबिक, बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकास नड्डा ने केंद्रीय कानून पर काम करने के लिए FORDA की भागीदारी से एक कमेटी गठित करने पर अपनी सहमति जताई है। साथ ही मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि इस पर अगले 15 दिनों के अंदर काम शुरू हो जाएगा। अब स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से एक आधिकारिक सूचना जल्द आने की उम्मीद है।