FACT: हम अक्सर स्मार्टफोन और कैमरे की लेंस के बारें में बात करते है और ऐसा करें भी क्यूं ना, क्योंकि हमे वो खरीदना जो होता है। मेगापिक्सल किसी भी ऑब्जेक्ट को दिखानें का काम करता है। यही वजह है कि जिसका जितना ज्यादा मेगापिक्सल, उसका उतना हाई कैप्चरिंग क्षमता। इस लिए लोग कैमरे या स्मार्टफोन खरीदते वक्त ज्यादा मेगापिक्सल खोजते है। लेकिन क्या आप जानते है कि हमारी आंखें कितने मेगापिक्सल की होती हैं। आइए जानते है।
हमारी आंखें इतने मेगापिक्सल की होती हैं
बता दें कि मानव आंख में लेंस मौजूद होते हैं जो किसी भी वस्तु को दूर तक देखने में सक्षम होते हैं। यह लेंस किसी कांच के नहीं बल्कि प्राकृतिक तौर पर बने होते हैं। ह्यूमन आई ज्यादा दूर की वस्तुओं को देखने में सक्षम इसलिए है क्योंकि आंख में मौजूद नेचुरल लेंस काफी ताकतवर होते हैं। इसके सामने तो कैमरें तो बहुत दूर है। एक इंसानी आंख की बात करें तो उसकी लेंस की क्वालिटी 576 मेगापिक्सल तक है।
वहीं बता दें कि जैसे-जैसे उम्र ढलने लगती है वैसे-वैसे हमारी आंखों के मेगापिक्सल काउंट भी गिरने लगते है। यही वजह है कि वृद्ध लोगों को यंग लोगों की तुलना में कोई भी वस्तु साफ नजर नहीं आती।