Exercise Benefits: कसरत के कई तरह के फायदे होते हैं, लेकिन एडिथ कोवन यूनिवर्सिटी (ऑस्ट्रेलिया) ने हाल ही में खुलासा किया कि कैसे कसरत कैंसर की एडवांस स्टेज में भी मरीजों की मदद करती है। ईसीयू ने पाया कि कैसे एडवांस प्रोस्ट्रेट कैंसर से पीड़ित लोग 6 माह तक कसरत करके शरीर के कैमिकल कंपोजीशन को बदल सकते हैं। इससे कैंसर सेल्स को बढ़ने से भी रोका जा सकता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि कसरत करने से मायोकाइंस प्रोटीन (कैंसर रोधी) के स्तर में बढ़ोतरी होती है। यह प्रोटीन शरीर में कैंसररोधी प्रक्रिया को शुरू ट्यूमर को दबा सकता है। एक बार की गई कसरत भी मायोकाइंस को बढ़ा सकती है। लगातार कसरत कैंसर को बेहतर तरीके से रोक सकती है।
कैसे हुआ रिसर्च
प्रोस्ट्रेट कैंसर की आखिरी स्टेज के 9 मरीजों को 34 मिनट तक साइकिल पर हाई इंटेंसिटी कसरत कराई गई। इन मरीजों के कसरत के पहले और कसरत के 30 मिनट के बाद ब्लड सीरम लिए गए।
20 मिनट तक करें कसरत
हालांकि, अभी कसरत करने का ठीक समय तो पता नहीं है, लेकिन यह 20 मिनट तो होनी ही चाहिए। इसमें मांसपेशियों की ग्रोथ के लिए रेसिसटेंस ट्रेनिंग होनी चाहिए, जो मायोकाइन शरीर में पैदा करें। कसरत के बाद शरीर में एंटी कैंसर प्रोटीन मायोकाइंस का स्तर बढ़ा हुआ था। इससे प्रोस्ट्रेट कैंसर की बढ़त भी थमी। रिसर्चर्स ने कहा कि यह एक्सरसाइज ओन्कोलॉजी में ब्रेकिंग मूमेंट था।
निष्कर्ष
स्टडी से प्रोस्ट्रेट कैंसर के मरीजों के लिए कसरत के फायदों का सबूत मिल गया है। साथ ही किसी भी तरह के कैंसर के मरीजों को कसरत करना चाहिए, ताकि वे अपने शरीर के कैमिकल पर्यावरण को बदल सकें।