Bharat-NCAP Crash Test: आज से देश में चलने वाली हर कार को सेफ्टी रेटिंग दी जाएगी. यानि कारों के क्रेश टेस्ट के बाद ये रेटिंग दी जाएगी।
इसके लिए भारतीय एजेंसी भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP या BNCAP) की 15 दिसंबर से ऑफिशियली शुरुआत होने जा रही है।
इसका साथ ही भारत NCAP की वेबसाइट लाइव हो गई है। भारत NCAP पर कुछ फोटो दी गई हैं। जिसमें BNCAP ने क्रैश टेस्ट शुरू करने की जानकारी दी है।
3 दर्जन से ज्यादा मॉडलों ने किया रजिस्टर
बता दें क्रेश टेस्ट के लिए अब तक ऑटोमेकर कंपनियों ने कारों के करीब 3 दर्जन से ज्यादा मॉडलों को रजिस्टर कर लिया है।
इस क्रेश टेस्ट के पहले बैच में टाटा मोटर्स, मारुति सुजुकी, हुंडई और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी कंपनियां भाग लेने वाली हैं।
जिसमें टाटा मोटर्स अपने मॉडलों को रजिस्टर कराने वाली पहली कंपनी बनी है।
हालांकि, सबसे पहले किस गाड़ी का क्रैश टेस्ट होगा, इसकी ऑफिशियली कोई जानकारी नहीं दी गई है।
इस तरह से होगी टेस्टिंग
इस क्रेश टेस्ट के लिए कार में इंसान जैसी 4 से 5 डमी को बैठाया जाएगा । इसके साथ ही बैक सीट पर एक बच्चे की डमी होगी.
इसके बाद गाड़ी को फिक्स्ड स्पीड पर ऑफसेट डिफॉर्मेबल बैरियर से टकराकर देखा जाएगा कि गाड़ी और डमी को कितना नुकसान पहुंचा है।
ये तीन तरह से होता है। इस फ्रंटल इम्पैक्ट टेस्ट में कार को 64 kmph की रफ्तार पर बैरियर से टकराया जाता है।
साइड इम्पैक्ट टेस्ट में गाड़ी को 50 kmph की स्पीड पर बैरियर से टकराया जाता है। पोल साइड इम्पैक्ट टेस्ट में कार को फिक्स स्पीड पर पोल से टकराकर देखा जाएगा।
पहले दो टेस्ट में कार के 3 स्टार रेटिंग मिलती है तो तीसरा टेस्ट किया जाएगा। टेस्ट में देखा जाएगा कि इम्पैक्ट के बाद डमी कितनी डैमेज हुई, एयरबैग और सेफ्टी फीचर्स ने काम किया या नहीं।
अंत में सभी के आधार पर सेफ्टी रेटिंग दी जाएगी।
सड़क परिवाहन मंत्री ने कही ये बात
केंद्रीय सड़क-परिवहन राज्यमंत्री नितिन गडकरी ने 22 अगस्त को दिल्ली में हुए इवेंट में BNCAP को लॉन्च किया था।
साथ ही उन्होंने कहा कि ‘भारत-NCAP के तहत देश में व्हीकल की टेस्टिंग कॉस्ट करीब 60 लाख रुपए तय की गई है.जबकि ग्लोबल लेवल पर यह कॉस्ट 2.5 करोड़ रुपए होगी।
जिससे देशी एजेंसीयों का टेस्टिंग पर 75% कम खर्च लगेगा।