भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 4 दिवसीय अमृत युवा कलोत्सव का आयोजित होने जा रहा है। इसमें कई कलाकार प्रस्तुतियां देंगे। बता दें कि इस आयोजन के लिए संगीत नाटक अकादमी रंगश्री लिटिल बैले ट्रूप ट्रस्ट के साथ सहयोग कर रही है। अमृत युवा कलोत्सव 2022-23 की प्रस्तुतियों में भारत की समृद्ध विविधता को देख सकेंगे। कार्यक्रम का उद्घाटन 20 दिसंबर 2022 को रांगबंध सभागार, रंगश्री लिटिल बैले ट्रूप परिसर श्यामला हिल्स में राज्यपाल मंगुभाई पटेल द्वारा किया जाएगा, जिसमें संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा की उपस्थिति रहेगी। कार्यक्रम में प्रस्तुतियां 20 से 23 दिसंबर 2022, शाम 6 बजे से होंगी। महोत्सव में कार्यशालाओं को भी शामिल किया गया है। जो की 20 से 21 दिसंबर 2022 को सुबह 10 बजे से दोपहर 11.30 बजे तक आयोजित की जाएगी। भारत की प्रदर्शन कलाओं में युवाओं की रुचि को पुनर्जीवित करने का यह अकादेमी का एक अनूठा प्रयास है क्योंकि भारत अपने अमृत काल में प्रवेश कर रहा है, जहां देश का भविष्य अपने गौरवशाली अतीत की नींव पर बनेगा।
संगीत नाटक अकादमी, संगीत, नृत्य और नाटक की राष्ट्रीय अकादमी, संस्कृति मंत्रालय, यह भारत सरकार का एक स्वायत्त संगठन है। जो अपनी स्थापना के बाद से देश में प्रदर्शन कला के क्षेत्र में शीर्ष निकाय के रूप में कार्य कर रही है, संगीत, नृत्य और नाटक के रूपों में व्यक्त भारत की विविध संस्कृति की विशाल अमूर्त विरासत को संरक्षित और बढ़ावा दे रही है। अपने उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में अकादमी भारत संघ के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकार और कला अकादमियों के साथ-साथ देश के प्रमुख सांस्कृतिक संस्थानों के साथ समन्वय और सहयोग करती है। यह वर्ष स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का है और उसी के उपलक्ष्य में भारत सरकार ने संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास का जश्न मनाने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव की शुरुआत की। हमारे युवा देश की ऊर्जा है, देश का भविष्य है। आजादी का अमृत महोत्सव की भावना को ध्यान में रखते हुए, हमारे असंख्य प्रदर्शन कला शैलियों, परंपराओं और अभिव्यक्तियों की निरंतरता दिखाने के लिए त्योहारों की एक श्रृंखला की परिकल्पना की है। संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा द्वारा परिकल्पित, ‘अमृत युवा कलोत्सव’ नवोदित पीढ़ी को अपनी जड़ों के करीब लाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से सांस्कृतिक संस्थानों के साथ अकादेमी का एक ठोस प्रयास होगा।