सबसे कम उम्र के एथिकल हैकर का रिकॉर्ड
शुभांक को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दुनिया के सबसे कम उम्र के प्रमाणित एथिकल हैकर (Certified Ethical Hacker – CEH) के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। इसके अलावा, उन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा प्रतिष्ठित प्रमाणित सूचना सुरक्षा और नैतिक हैकर (CISEH) प्रमाणन प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया गया। शुभांक ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अपनी अद्वितीय प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए एथिकल हैकिंग में कई सर्टिफिकेट हासिल किए हैं।
एथिकल हैकर क्या करते हैं?
एथिकल हैकर, जो व्हाइट हैट हैकर के नाम से भी जाने जाते हैं। कंपनी की वेबसाइट या सिस्टम में कानूनी तरीके से घुसकर कमज़ोरियों का पता लगाते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य साइबर हमलों और सक्योरिटी ब्रेक से बचाव करना होता है। वे अपनी तकनीकी प्रक्रिया का इस्तेमाल करके कंपनियों और सरकारों के सिस्टम की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। इन हैकर्स का काम सिस्टम को नुकसान पहुंचाए बिना और कोई संवेदनशील डेटा चुराए बिना कमज़ोरियों का समाधान करना होता है।
कैसे बनें हैकर
एथिकल हैकर बनने के लिए उम्मीदवार को कंप्यूटर सिस्टम से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों का होना आवश्यक है। इसमें स्क्रिप्टिंग, ऑपरेटिंग सिस्टम नेटवर्किंग, प्रोग्रामिंग की समझ, सर्वर और सर्च इंजन की जानकारी, डाटाबेस की गहरी समझ, नई तकनीकों से अपडेट रहना, और विंडोज, लिनक्स और पायथन जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम का ज्ञान शामिल है।
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प्रमुख कोर्स
हैकिंग का कोर्स ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है। आप आईआईटी कानपुर से साइबर सिक्योरिटी और साइबर डिफेंस, या स्वयं पोर्टल से एथिकल हैकिंग कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा, एडएक्स, उडेमी और कोर्सेरा जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी कई सर्टिफिकेट कोर्स उपलब्ध हैं। सर्टिफाइड एथिकल हैकर कोर्स को वैश्विक स्तर पर एथिकल हैकिंग में एक मान्यता प्राप्त प्रमाणन माना जाता है। आप चाहें तो आईटी सुरक्षा और साइबर सुरक्षा में एथिकल हैकिंग का डिप्लोमा कोर्स भी कर सकते हैं।
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