तिरुवनंतपुरम। (भाषा) राजधानी शहर में जीका वायरस से प्रभावित समूह या क्षेत्र की पहचान करने की चिंताओं के बीच केरल में चार महिलाओं समेत पांच और लोग इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और राज्य में अब तक कुल 28 लोग इस वायरस से संक्रमित मिले हैं। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बृहस्पतिवार को कहा कि नये मामलों में से दो यहां अनायरा इलाके से सामने आए हैं जहां तीन किलोमीटर के दायरे में बीमारी से प्रभावित कई लोग मिले हैं। शेष मामले यहां ईस्ट फोर्ट, कुन्नुकुझी और पट्टोम से आए हैं।
सभी नमूनों को अलप्पुझा में राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में जांच के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि चार नूमने यहां एक निजी अस्पताल से भेजे गए जबकि एक को स्वास्थ्य विभाग ने निगरानी के तहत एकत्र किया था। साथ ही कहा कि 16 अन्य नमूनों की जांच में जीका वायरस के संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। मंत्री ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर राज्य में संक्रमण के मामले 28 हो गए हैं।’’ इस बीच, वायरस के प्रसार के मद्देनजर स्वास्थ्य एवं स्थानीय स्वशासन विभागों की संयुक्त बैठक के बाद, जॉर्ज ने कहा कि राज्य में वर्तमान में जीका के आठ उपचाराधीन मामले हैं जिनमें से तीन गर्भवती महिलाएं हैं।
बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, “वायरस के प्रकोप का बस तिरुवनंतपुरम में पता चला है और अब तक किसी अन्य जिले में नहीं। हमने राज्य भर में जांच बढ़ाने का फैसला किया है।” मंत्री ने यह भी कहा कि गर्भवती महिला को बुखार या शरीर पर किसी तरह के चकत्ते होने पर तुरंत जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सू्क्ष्म योजना तैयार कर रोकथाम गतिविधियां बढ़ाई जाएंगी। बैठक में यह भीब तय किया गया कि जीका के प्रसार को रोकने के लिए दोनों विभागों की गतिविधियों का समन्वय किया जाएगा। इसमें स्थानीय स्वशआसन विभाग मंत्री एम गोविंदन मास्टर भी शामिल हुए थे। जॉर्ज और गोविंदन दोनों ने संबंधित अधिकारियों को न सिर्फ राजधानी जिले में बल्कि पूरे राज्य में निगरानी रखने का निर्देश दिया है।