MP News: मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि सरकारी सेवाओं के साथ-साथ निजी क्षेत्रों को भी प्रोत्साहित करके स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जा रहा है। निजी स्वास्थ्य संस्थानों ने कोविड-19 के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मध्य प्रदेश को स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए स्वास्थ्य अधोसंरचना विकास, मैनपावर और आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। इसके अलावा, ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को सशक्त बनाया जा रहा है, ताकि नागरिकों को अपने निकट स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में ही स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हो सकें।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जन स्वास्थ्य को दी है सर्वोच्च प्राथमिकता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा से जन स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। आयुष्मान योजना के माध्यम से गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों को स्वास्थ्य सुरक्षा मिली है। मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वरिष्ठ चिकित्सकों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में वर्तमान में 14 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं, और 3 नए मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति मिल चुकी है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वरिष्ठ डॉक्टर्स को किया सम्मानित
आगामी वर्षों में 8 नए मेडिकल कॉलेज शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा, पीपीपी मोड में 12 मेडिकल कॉलेज शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश कृषि, ऊर्जा और स्वच्छता में शीर्ष पर है, और स्वास्थ्य क्षेत्र में भी इसी तरह की सफलता प्राप्त करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। शासकीय और निजी स्वास्थ्य संस्थानों के संयुक्त प्रयास से मध्य प्रदेश स्वास्थ्य क्षेत्र में भी शीर्ष पर पहुंचेगा। इस अवसर पर एमपीएनएचए के पदाधिकारियों ने उपमुख्यमंत्री का फूल माला से अभिनंदन किया।
स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर और आसान बनाने के लिए किये जा रहे प्रयास
लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री श्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा है कि निजी क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाएं स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत और सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत और सुलभ बनाने के लिए आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और एसोसिएशन के सदस्य उपस्थित थे, जिनमें डॉ रचना दुबे, डॉ अरुणा कुमार, डॉ अरुण श्रीवास्तव, डॉ कविता सिंह, डॉ रणधीर सिंह, डॉ संजय गुप्ता, डॉ अजय गोयनका, और डॉ अनूप हजेला शामिल थे।