Brazil Banned X: Elon Musk और ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट के जज Alexandre de Moraes के बीच विवाद (Brazil Banned X) कम होने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल, ब्राजील में एक्स प्लेटफॉर्म को पूरी तरह से बैन किया जा चुका है। अब ब्राजील के लोग एक्स का उपयोग किसी भी तरह से नहीं कर पाएंगे। साथ ही अगर वह VPN का यूज करके एक्स का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें भारी जुर्माना देना पड़ सकता है।
ब्राजील में एक्स के बैन के बाद TESLA CEO Elon Musk ने इस मामले को लेकर एक के बाद एक कई पोस्ट किए हैं और ब्राजील सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एलेक्जेंडर डि मोरियस पर निशाना साध रहे हैं। अब Elon Musk के द्वारा एक्स पर एक और पोस्ट शेयर किया गया है, जिसमें उन्होंने सॉरी कहा है।
There is growing evidence that fake judge @Alexandre engaged in serious, repeated & deliberate election interference in Brazil’s last presidential election.
Under Brazilian law, that would mean up to 20 years in prison.
And, I’m sorry to say that it appears that some former…
— Elon Musk (@elonmusk) September 1, 2024
TESLA CEO Elon Musk ने एक्स पर एक पोस्ट को शेयर करते एलेक्जेंडर डि मोरियस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, साथ ही बीते राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी उन्होंने सवाल खड़े किए हैं। इसके साथ ही उन्होंने पोस्ट में कहा है कि आईएम सॉरी कई पूर्व Twitter कर्मचारियों ने राष्ट्रपति चुनाव में उनकी मदद की है।
Musk ने मांगे लोगों से सबूत
एलन मस्क ने एक्स पर पोस्ट शेयर (Brazil Banned X) करके लोगों से आग्रह किया है कि अगर इसको लेकर किसी के पास कोई सबूत हैं, जिसमें इस बात का खुलासा होता है कि पूर्व में ट्विटर कर्मचारियों ने उनकी मदद की है तो वह इसपर रिप्लाई करें।
मस्क ने किया पोस्ट
एलन मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा कि इस बात के सबूत बढ़ रहे हैं कि फेक जज एलेक्जेंडर डि मोरियस ने ब्राजील के बीते राष्ट्रपति चुनाव में जानबूझकर दखल दिया है। ब्राजील कानून के अनुसार 20 साल तक की सजा होगी। मैं मांफी मांगता हूं क्योंकि कई जगह ऐसे पता चला है कि पूर्व ट्विटर कर्मचारी उनकी मदद करने में शामिल थे। अगर किसी के पास इसके सबूत हैं तो वह पोस्ट पर रिप्लाई करें।
कई महीनों से चल रहा है विवाद
कई महीनों से एलन मस्क का ब्राजील सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एलेक्जेंडर डि मोरियस (Brazil Banned X) के साथ विवाद चल रहा है। ब्राजील के जस्टिस एलेक्जेंडर डि मोरियस ने बीते बुधवार को एलन मस्क की एक्स कंपनी को आदेश दिया था कि वह 24 घंटे के भीतर एक कानूनी अधिकारी को नियुक्त करें, लेकिन मस्क के द्वारा ऐसा नहीं किया गया था। इसके बाद ब्राजील के सुप्रीम फेडरल कोर्ट ने पूरे देश से एक्स को बैन कर दिया था और 18 मिलियन रियाल (भारतीय रुपए में करीब 40 करोड़) का जुर्माना भी लगाया था। साथ ही गूगल और एप्पल को भी आदेश दिए थे कि वह अपने स्टोर से जल्द ही एक्स को हटाए।
क्या हैं एक्स पर आरोप
बता दें कि ब्राजील सुप्रीम कोर्ट ने एक्स पर आरोप लगाया है कि ब्राजील में तख्तापलट की खबरें व लोकतंत्र को कमजोर करने वाले कंटेंट को बढ़ावा दे रहा है। इसके बाद एक्स को कानूनी अधिकारी नियुक्त करने को कहा था, लेकिन इसकी सफाई में एक्स कह चुका है कि कंपनी के पुराने कानूनी अधिकारी को जेल में डालने की धमकियां मिलती रही हैं।
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