भोपाल। प्रदेश में लगातार कोरोना महामारी का कहर बढ़ता जा रहा है। रोजाना हजारों की संख्या में नए मरीज सामने आ रहे हैं। वहीं दर्जनों मरीज रोजाना कोरोना संक्रमण से काल के गाल में समा रहे हैं। ऐसे में बिजली विभाग पर भी कोरोना का कहर बरस रहा है। बिजली विभाग के 150 से ज्यादा कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में है। शहर के सबसे पॉश इलाके चार इमली में भी 40 फीसदी कर्मचारी कोरोना संक्रमित बताए जा रहे हैं। ऐसे में शहरभर में बिजली का संकट मंडराने लगा है। अभी तक बिजली विभाग के 150 से ज्यादा कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। संक्रमित होने वाले कर्मचारियों में मैदानी अमले से लेकर जोनल अधिकारी तक शामिल हैं।
इनमें से कई अधिकारियों और कर्मचारियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं कई कर्मचारियों को घर पर ही आईसोलेट किया गया है। स्टाफ की कमी से जूझ रहे विभाग के सामने शहर की बिजली व्यवस्था बनाए रखना भी चुनौती हो गया है। बता दें कि कर्मचारियों के न होने पर शहर की बिजली सप्लाई प्रभावित हो सकती है। जानकारी के मुताबिक बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का कोरोना संक्रमित होने से बिजली सप्लाई में दिक्कत हो सकती है।
बिजली विभाग में काम करते हैं लगभग 700 कर्मचारी
बताया जा रहा है कि बिजली विभाग में करीब 700 कर्मचारी काम करते हैं। इनमें से मैदानी अमले में करीब 450 अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। वहीं शहर की बिजली लाइनों की मेंटेनेंस की व्यवस्था देखने वाले डिवीजन की भी हालत खस्ता हो चुकी है। बिजली विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों ने सीएम शिवराज सिंह समेत ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर को वैक्सीन लगवाने के लिए पत्र लिखकर मांग की है। इस पत्र में कहा गया है कि बिजली विभाग के हर आयु वर्ग के कर्मचारियों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाए। बता दें कि मप्र में कोरोना बेकाबू होता दिख रहा है। प्रदेश में बुधवार को 9,720 नए मरीज सामने आए हैं। वहीं 51 मरीजों ने कोरोना के कारण दम तोड़ दिया।
बुधवार को इतनी संख्या में संक्रमित मरीजों और मृतकों का रिकॉर्ड आंकड़ा सामने आया है। वहीं अब तक प्रदेश में कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या 4312 हो गई है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के 25 शहरों में कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया है। गौरतलब है कि सरकार लगातार संक्रमण रोकने की दिशा में काम कर रही है। सीएम शिवराज सिंह कोरोना के रोकथाम को लेकर बैठकें ले रहे हैं।