भोपाल। प्रदेश में कोरोना एक बार फिर अपने पैर पसार रहा है। रोजाना सैकड़ों नए संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। इसी को लेकर सीएम शिवराज सिंह ने प्रदेश के तीन शहरों में रविवार को टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है। प्रदेश में कई बार स्थगित हो चुके नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों को एक बार फिर आगे बढ़ाया गया है। अब यह चुनाव अप्रैल में नहीं आयोजित किए जा सकेंगे। इसकी जानकाकी राज्य निर्वाचन आयोग ने दी है। दरअसल राज्य सरकार ने चुनाव आयोग को सुरक्षा बल मुहैया करान से इंकार कर दिया है। वहीं राजनीतिक दल चाहते हैं कि पंचायत चुनावों को कराया जाना चाहिए ताकि यह चुनाव बारिश से पहले ही संपन्न कराए जा सकें। क्योंकि बारिश के मौसम में गांवों में चुनाव कराने में समस्या पैदा हो सकती है।
आयोग ने कर ली थी तैयारी…
इसी को देखते हुए चुनाव आयोग ने 22 मार्च को पंचायत चुनावों की घोषणा करने की तैयारी कर रखी थी। वहीं राज्य सरकार ने पत्र लिखकर आयोग को सुरक्षा बल उपलब्ध कराने में असमर्थता जताई है। दरअसल प्रदेश के सुरक्षाबलों के जवान पांच राज्यों सहित कोरोना के चलते भी ड्यूटी पर हैं। इसके चलते सरकार ने सुरक्षा बल मुहैया कराने में असमर्थता जताई है। वहीं एडीजी एसएएफ मिलिंद कानस्कर ने बताया कि एसएएफ की कंपनियों के पास चुनाव आयोग की अभी तक कोई डिमांड नहीं आई है। बता दें कि पिछले दिनों हाईकोर्ट ने सरकार को प्रदेश में चुनाव कराने के आदेश दिए थे। गौरतलब है कि बोर्ड परीक्षाओं के चलते निर्वाचन आयोग 30 अप्रैल से पहले दो चरणों में पंचायत चुनाव आयोजित कराने जा रहा था। वहीं तीसरे चरण के चुनाव मई के पहले हफ्ते में आयोजित कराने की योजना थी।