रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात उप सचिव को धन शोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार उप सचिव की पहचान सौम्या चौरसिया के रूप में हुई है। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त हुई। सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ में बड़ी कार्रवाई की है। यहां सीजी के मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात उप सचिव सौम्या चौरसिया को धन शोधन के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कार्रवाई ऐसे समय हुई है, जब छत्तीसगढ़ में भानुप्रतापपुर में उप चुनाव है, तो वहीं संसद में आदिवासियों के आरक्षण पर बहस हुई।
बता दें कि अक्टूबर माह में विपक्ष द्वारा लगातार जांच एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधे जाने के तुरंत बाद ही छत्तीसगढ़ में ED की बड़ी कार्रवाई शुरू हो गई थी। उस वक्त भी सौम्या चौरसिया के साथ ही अन्य कई अफसरों के घर पर छापामार कार्रवाई की गई थी। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की अलग-अलग टीमों ने सुबह 5 बजे से ही छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी थी। राज्य के रायपुर, रायगढ़, महासमुंद, कोरबा समेत अन्य जिलों में छापे मारे गए थे।
बता दें कि इससे पहले सितंबर में आयकर विभाग ने राज्य में इस्पात और कोयला व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों के ठिकानों में पर छापे मारे गए थे। वहीं, इस साल जून-जुलाई में आयकर विभाग ने कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी के परिसरों और मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में तैनात एक अधिकारी के घर समेत कई जगहों पर तलाशी ली थी। छापेमारी के बाद तिवारी ने दावा किया था कि आयकर विभाग के अधिकारियों ने उनसे कहा था कि अगर वह राज्य सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस विधायकों के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल करते हैं तो वह मुख्यमंत्री बन सकते हैं। बता दें कि आयकर विभाग की टीम ने फरवरी 2020 में भी चौरसिया के घर पर छापा मारा था।