Dyslexia Disease: डिस्लेक्सिया पढ़ने, लिखने, बोलने या लिखने की क्षमता को प्रभावित करती है. ये एक प्रकार का लर्निंग डिसऑर्डर है जिसके शिकार ज्यादातर बच्चे होते हैं. ये भी गौर करना जरूरी है कि डिस्लेक्सिया मेडिकल की एक स्थिति है न कि बुद्धि की कमी.
विश्व डिस्लेक्सिया दिवस प्रत्येक वर्ष 8 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस Dyslexia Day का वयस्क होने तक पता नहीं चल पाता है, हालांकि शोधकर्ताओं का मानना है कि विकास के दौरान कोई समस्या दिमाग को प्रभावित कर सकती है.
शोधकर्ता उसके पीछे जेनेटिक्स की भूमिका को भी एक हिस्सा मानते हैं.
स्कूली बच्चों और व्यस्कों को प्रभावित करती है- डिस्लेक्सिया
डिस्लेक्सिया शारीरिक अक्षमता जैसे दृष्टि या सुनने की समस्या की वजह से नहीं होती है. डिस्लेक्सिया से पीड़ित ज्यादातर लोगों की बुद्धि औसत या औसत से ऊपर होती है. उनको जानकारी याद रखने, व्यवस्थित करने या हासिल करने में दुश्वारी होती है.
डिस्लेक्सिया हमारे समाज में मौजूद है, हालांकि अच्छी तरह से पहचाना या समझा नहीं गया है. ये जीवन भर की स्थिति स्कूली बच्चों और व्यस्कों को प्रभावित करती है. परिवार और डॉक्टरों को समुदाय में मौजूद संसाधनों से वाकिफ होना चाहिए.
ये एक जटिल न्यूरोलॉजिकल डिस्ऑर्डर है. डॉक्टर की भूमिका डिस्ऑर्डर से पीड़ित बच्चों के इलाज में स्पष्ट है. समर्थन से ज्यादातर पीड़ित बच्चे अपनी सीखने की क्षमता में सुधार कर लेते हैं.
इस दिन मनाया जा रहा है डिस्लेक्सिया दिवस
भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत दिव्यांग व्यक्तियों का सशक्तिकरण विभाग देश के दिव्यांग व्यक्तियों के सभी विकासात्मक एजेंडे की देखभाल करने वाला नोडल विभाग है.
जनता के बीच डिस्लेक्सिया के बारे में जागरूकता पैदा करने की दृष्टि से यह विभाग पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करके उससे जुड़े संस्थानों के माध्यम से 8 अक्टूबर 2023 को विश्व डिस्लेक्सिया दिवस मनाने जा रहा है.
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