DOGE Department Vivek Ramaswami: अमेरिका में चुनावों में जीत के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के उद्यमी विवेक रामास्वामी को कैबिनेट में बड़ी जिम्मेदारी दी है. बता दें अब उद्यमी विवेक रामास्वामी को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी में DOGE विभाग के नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपी है.
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक बयान में कहा कि मस्क और रामास्वामी मेरे प्रशासन के लिए सरकारी नौकर शाह को खत्म करने, अतिरिक्त नियमों को कम करने, फिजूल खर्चों में कटौती करने और संघीय एजेंसियों के पुनर्गठन का मार्ग प्रशस्त करेंगे.
DOGE एक नया विभाग है जो सरकार को बाहर से एडवाइस देने का काम करेगा.
कौन है विवेक रामास्वामी
अमरीकी सरकार में भारतवंशी विवेक रामास्वामी को DOGE विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. विवेक रामा स्वामी का पूरा नाम विवेक गणपति रामास्वामी है. इनका जन्म 9 अगस्त 1985 में हुआ था. विवेक एक अमेरिकी राजनीतिज्ञ और उद्यमी हैं.
उन्होंने साल 2014 में एक फार्मास्युटिकल कंपनी रोइवंत साइंसेज की नीवं रखी थी. उनका जन्म तमिल भाषी ब्राह्मण परिवार में हुआ था. बचपन में ही विवेक के माता-पिता केरल से अमेरिका जाकर बस गए थे.
उनका पालन-पोषण ओहायो में हुआ है. उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से बायोलॉजी की डिग्री हासिल की थी. इसके बाद वह येल लॉ स्कूल गए. आयोवा कॉकस में चौथे स्थान पर रहने के बाद, उन्होंने जनवरी 2024 में अपना अभियान समाप्त करने की घोषणा कर दी थी.
2 ट्रिलियन डॉलर बचाने की उम्मीद: मस्क
मस्क ने कहा है कि नए विभाग के माध्यम से वे सरकारी खर्चों में कम से कम 2 ट्रिलियन डॉलर (168 लाख करोड़) की कटौती कर सकेंगे। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह लक्ष्य हासिल करना असंभव हो सकता है। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, मस्क को यह कटौती संभवतः रक्षा बजट या सामाजिक सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में कटौती करके ही करनी पड़ सकती है।
इन चीजों पर काम करेगा विभाग
रामास्वामी को जिस विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है वो 4 चीजों पर काम करेगा.
सरकारी नौकरशाही को खत्म करना
बेकार के खर्चे में कटौती करना
गैरजरूरी नियमों को खत्म करना
सरकारी एजेंसियों का रीस्ट्रक्चर
क्या है DOGE?
बता दें डोज़ एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी है जिसे 2013 में कुत्ते की एक फेमस इंटरनेट मीम “डोज” के आधार पर बनाया गया था. शुरुआत में इसका खूब मजाक उड़ाया गया, लेकिन बाद में यह उपयोगी और वास्तविक क्रिप्टोकरेंसी बन गया. डोज का लोगो एक शिबा इनू कुत्ते की तस्वीर है, जो इस मीम का प्रतीक है.
पहले इस क्रिप्टोकरेंसी को हल्के-फुल्के रूप में पेश किया गया. बाद में सोशल मीडिया के जरिए ये फेमस हो गया. डोज़ एक “मेम” क्रिप्टोकरेंसी के रूप में जानी जाती है और अक्सर इसे मजाक के रूप में ही देखा जाता है, लेकिन यह व्यापारिक लेन-देन में भी इस्तेमाल होती है.
चीन के कट्टर आलोचक हैं रामास्वामी
उद्यमी विवेक रामास्वामी को चीन का कट्टर आलोचक माना जाता है. उनका कहना है कि चीन की नीतियां अमेरिका के कारोबार को लेकर सही नहीं है और हमें चीन पर हमारी निर्भरता समाप्त करनी है.
इतना ही नहीं रामास्वामी अमेरिका फर्स्ट के सपोर्टर हैं. वह समय-समय पर इसका प्रचार करते हैं. उन्होंने एक बार इंटरव्यू में कहा था कि” कैंसरग्रस्त संघीय नौकरशाही में फंसने के बजाए सरकार को इससे बाहर रहना चाहिए. अमेरिका को चीन के बढ़ते प्रभुत्व से भी खतरा हैं.
यह हमारी शीर्ष विदेश नीति के लिए खतरा होगा इसलिए हमें इसका हल ढूंढने की जरूरत है”.