New Delhi Breaking: ठगी करने वाला डॉक्टर गिरफ्तार, मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाने का करता था काम

नई दिल्ली। दिल्ली स्थित एक व्यक्ति के बेटे को मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर लाखों रुपये New Delhi Breaking की ठगी करने के आरोप में कोलकाता से एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि, हरियाणा के नारनौल के निवासी नवीन कुमार (39) को कोलकाता के साल्ट लेक से गिरफ्तार किया जहां वह किराये पर रहा था। पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस की मदद से आरोपी New Delhi Breaking को खोज निकाला। अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित भी एक डॉक्टर है जिसने राजौरी गार्डन पुलिस थाने में वर्ष 2020 में कुमार के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई थी।
पुलिस के अनुसार, शिकायत में कहा गया था कि 2015 में पीड़ित को मेडिकल के परास्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश के बाबत किसी अज्ञात मोबाइल नंबर से संदेश आया। जब उसने उस नंबर पर कॉल किया तो बात करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम डॉ नवीन कुमार बताया और खुद को New Delhi Breaking स्वास्थ्य मंत्रालय का पूर्व अधिकारी बताते हुए पीड़ित के बेटे को मैनेजमेंट कोटा से मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाने का आश्वासन दिया।
पुलिस ने बताया कि, आरोपी ने पीड़ित से कहा कि वह उसके बेटे को पुणे स्थित डी वाई पाटिल मेडिकल कॉलेज में रेडियो मेडिकल डायग्नोसिस में डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश दिला देगा और इसमें डेढ़ करोड़ रुपये का खर्च आयेगा। फोन पर कई बात New Delhi Breaking बातचीत होने के बाद पीड़ित ने 24 लाख रुपये का अग्रिम भुगतान कर दिया लेकिन जब कुमार प्रवेश नहीं दिला सका तो पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे।
आरोपी ने केवल सात लाख 92 हजार रुपये लौटाए और इसके बाद फोन कॉल का New Delhi Breaking जवाब देना बंद कर दिया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “पीड़ित न तो आरोपी से मिला था न उसकी कोई फोटो उसके पास थी। आरोपी ने अपना फोन नंबर भी बदल लिया था।” पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) उर्विजा गोयल ने कहा, “हमारा दल लाभार्थी के उन बैंक खातों में दिए पते तक पहुंचा जिनमें 24 लाख रुपये जमा किये गए थे। पुलिस उन पतों पर गई लेकिन आरोपी नहीं मिला।”
डीसीपी ने कहा कि तकनीकी सर्विलांस की सहायता से हमारी टीम ने साल्ट लेक क्षेत्र में आरोपी के मोबाइल नंबर New Delhi Breaking का पता लगाया। गोयल ने कहा कि रोहतक में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद कुमार एमडी करने मुंबई चला गया था जहां वह कुछ ऐसे लोगों के संपर्क में आया जो मैनेजमेंट कोटे से मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाने का काम करते थे। कुमार ने पढ़ाई छोड़ दी और उनके साथ इस काम में शामिल हो गया।