नई दिल्ली। आज के समय में हवाई जहाज से सफर करना आम बात है। लोग अब पैसों से ज्यादा समय को महत्व दते हैं। यही कारण है कि वे जल्द से जल्द अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए हवाई यात्रा को प्राथमिकता देते हैं। कहा जाता है कि राइट बंधुओं से आठ साल पहले यानी साल 1895 में मुंबई के रहने वाले शिवकर बापूजी तलपड़े ने हवाई जहाज का आविष्कार कर दिया था, लेकिन उनकी उपलब्धि इतिहास के पन्नों में कहीं खो गई। आइए आज हम आपको हवाई जहाज से जुड़े एक ऐसे ही रोचक तथ्य के बारे में बताते हैं, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
पायलट को एक ही तरह का खाना नहीं दिया जाता
ये तो आप जानते ही होंगे कि हवाई जहाज में दो पायलट होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दोनों पायलटों को अलग-अलग खाना दिया जाता है। ये सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा है लेकिन ये सच है। दरअसल, हवाई जहाज में पायलट और एक को-पायलट होते हैं। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए इन दोनों को खाने में अलग-अलग तरह का भोजन दिया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि दोनों पायलट एक जैसा भोजन खाकर बीमार न हो जाएं।
इस बात का ध्यान रखा जाता है
मान लीजिए किसी ने शरारत से या किसी गड़बड़ी के कारण पायलट को दिए गए खाने में जहरीला पदार्थ मिला दिया है। ऐसे में अगर दोनों पायलट एक ही तरह का भोजन खाते हैं तो वे बीमार पड़ सकते हैं। ऐसी स्थिति में हवाई जहाज में बैठे यात्रियों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। यही वजह है कि पायलट और को-पायलट को कभी भी एक जैसा खाना नहीं दिया जाता।