हाइलाइट्स
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केजरीवाल इंडिया अलाइंस में, इसलिए मिली सजा
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दिग्विजय ने फिर उठाया EVM में गड़बड़ी का मुद्दा
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इलेक्टोरल बॉन्ड स्कैम में 29 सेल कंपनियां
MP Politics: मध्य प्रदेश में कांग्रेस की लिस्ट का इंतजार हैं। एमपी के कांग्रेस प्रत्याशियों के संभावित नामों के साथ ही राजगढ़ संसदीय क्षेत्र से दिग्विजय सिंह के चुनाव लड़ने की चर्चा है।
इस बीच शुक्रवार को राजगढ़ जिले के छापीहेड़ा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि हमारे पास राजगढ़ सीट से चुनाव लड़ने वाले कई नेता थे, लेकिन पार्टी का आदेश मानना पड़ता है।
हाईकमान ने अभी घोषणा नहीं की है, लेकिन मुझे बताया गया है कि आपको राजगढ़ से चुनाव लड़ना है।
मैं 77 साल का हो चुका हूं…
कांग्रेस ने MP में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (MP Politics) ने साफ कर दिया है कि वे राजगढ़ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
छापीहेड़ा में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मैं 77 साल का हो चुका हूं। हाईकमान ने मुझे चुनाव लड़ने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा कि ये चुनाव दिग्विजय सिंह (MP Politics) के बस का नहीं है। आप सभी से एक-एक करके बात करूंगा। आपसे सुझाव लूंगा कि क्या करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव नौजवानों का चुनाव है, यह आप पर छोड़ता हूं, आपको ही चुनाव लड़ना है।
1991 में आखिरी बार लड़ा था चुनाव
बता दें कि दिग्विजय सिंह अपने गढ़ में 33 साल के बाद वापसी कर रहे हैं। उन्होंने 1991 में आखिरी बार इस सीट से चुनाव लड़ा था। वे 1993 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे।
इस आंकड़े के अनुसार दिग्विजय करीब 33 साल बाद फिर अपनी पुरानी सीट (MP Politics) से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। उन्होंने राजगढ़ लोकसभा सीट से दो बार चुनाव जीता है।
भोपाल लोकसभा सीट से उन्होंने 2019 में चुनाव लड़ा था। जिसमें उनको हार का सामना करना पड़ा था।
दो बार के बीजेपी सांसद से मुकाबला
राजगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी ने उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इस सीट से बीजेपी (MP Politics) से दो बार के सांसद रोडमल नागर को तीसरी बार भी बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है।
वहीं इस सीट पर अब कांग्रेस से दिग्विजय सिंह ने दावेदारी कर दी है। इससे राजगढ़ सीट का मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
इस क्षेत्र में दिग्विजय सिंह की भी अच्छी पकड़ है, ऐसा स्थानीय लोगों का कहना है।
पीसी में पीएम मोदी पर कही ये बड़ी बात
छापीहेड़ा जाने से पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पीसी में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी इस तरह की है कि चंदा दो और धंधा लो। देश में लोकतंत्र गला घोंटा जा रहा है। बीजेपी ईडी, सीबीआई का इस्तेमाल कर इंडिया अलाइंस में शामिल दलों को डरा रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल नहीं डरे तो उन्हें मुख्यमंत्री रहते हुए ही जेल भेज दिया गया।
कानून के तहत लगाई थी इमरजेंसी
दिग्विजय सिंह ने कहा कि 70 के दशक में जब इमरजेंसी (MP Politics) लगाई गई थी तो एक कानून के तहत लगाई गई थी। इस समय की इमरजेंसी तो असंवैधानिक इमरजेंसी है।
EVM को लेकर भी उन्होंने बड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि मशीनों में हेराफेरी करने वाले एक दिन पकड़े जाएंगे।
हम लोग उनके काफी नजदीक पहुंच चुके हैं। जिस दिन पकड़े गए, देशद्रोह में इन्हें फांसी दी जाएगी।
ED से बोलते हैं जाकर गला घोंटो
दिग्विजय ने कहा लोग तुलना करते हैं कि इस समय की इमरजेंसी असंवैधानिक इमरजेंसी है, जिसके माध्यम से ईडी, सीबीआई को कहते हैं फलाने आदमी के पास जाकर उसका गला घोंटो।
इसके बाद वसूली करो। इस तरह से बीजेपी लोगों को डरा रही है। जो विरोध करता है उसे जेल में डाल देती है।
EVM पर कोई जवाब नहीं देता
दिग्विजय ने कहा देश में लोकतंत्र का लगा घोंटा जा रहा है। EVM के ऊपर प्रश्न उठते हैं। इसका जवाब न तो चुनाव आयोग देता है और न ही सरकार।
उन्होंने कहा कि इनका आत्मविश्वास शक पैदा करता है। पहले 2014 में कहा था कि 272 के ऊपर सीटें मिलेंगी, 284 आई। इसके बाद 2019 में 300 पार का नारा दिया और 303 सीटें आईं।
अब कह रहे हैं 400 पार, यही बीजेपी के द्वारा ईबीएम में गड़बड़ी को लेकर शक पैदा करता है।
केजरीवाल का ये कसूर
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (MP Politics) की गिरफ्तारी को लेकर दिग्विजय ने कहा कि हमारे देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई मुख्यमंत्री को जेल भेजा गया है।
केजरीवाल नोटिस मिलने पर हाजिर नहीं हुए यह उनका कसूर था। सबसे बड़ा कसूर उनका यह है कि वह इंडिया अलाइंस के पार्टनर हैं।
उन्होंने कहा कि इसी तरह झारखंड में हेमंत सोरेन पर भी दबाव था कि भाजपा (MP Politics) में आ जाइए केस खत्म कर देंगे। हेमंत सोरेन ने जेल जाना पसंद किया।
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी कर इन्होंने अपना ट्राइबल कैरेक्टर बताया है।
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मोदी की गारंटी हफ्ता वसूली
दिग्विजय ने कहा कि मोदी की गारंटी हफ्ता (MP Politics) वसूली की है। चंदा दो धंधा लो। तीसरी श्रेणी आती है सेल कंपनियों की। ये सेल कंपनी, जिनके माध्यम से टैक्स हेवन से पैसा आता है, उन कंपनी में चला जाता है।
उन्होंने कहा कि हिडेनबर्ग की रिपोर्ट में कई ऐसी कंपनियां थी, जिनका कोई व्यापार नहीं है। उन्होंने भी करोड़ो का इन्वेस्टमेंट किया।
प्रधानमंत्री ने गारंटी दी थी कि पूरे देश में हमने सेल कंपनियां समाप्त कर दीं, लेकिन, इस पूरे इलेक्टोरल बॉन्ड स्कैम में 29 सेल कंपनियां है।