MP News: मध्य प्रदेश में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह शुक्रवार को अचानक सीएम हाउस पहुंचे। दिग्विजय सिंह ने सीएम मोहन यादव से नर्सिंग घोटाले से प्रभावित स्टूडेंट्स की समस्याओं को लेकर चर्चा की। इससे पहले उन्होंने सीएम हाउस में ही मौजूद विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से करीब 15 मिनट चर्चा की।
दिग्विजय सिंह बोले- मप्र के लाखों छात्र-छात्राएं प्रभावित
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ कांग्रेस नेता विवेक त्रिपाठी और नर्सिंग घोटाले के व्हिसल ब्लोअर रवि परमार ने सीएम के सामने स्टूडेंट्स की समस्याएं रखीं। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि नर्सिंग घोटाले की वजह से मध्यप्रदेश के लाखों छात्र-छात्राएं प्रभावित हुए (MP News) हैं।
पूर्व सीएम ने लिखा मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र
छात्र-छात्राओं की समस्याएं
नर्सिंग छात्र-छात्राओं की परीक्षाओं के लंबे समय के बाद भी हजारों स्टूडेंट्स के परीक्षा परिणाम जारी नहीं किए गए।
विश्वविद्यालय सत्र 2021-22 , 2022-23 के छात्र-छात्राओं की नामांकन की प्रक्रिया भी पूरी नहीं कर पाया। ऐसे में परीक्षा कब होगी, छात्र 3-4 साल से फर्स्ट ईयर में ही हैं।
PNST (प्री नर्सिंग सिलेक्शन टेस्ट ) 2022 शासकीय नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (PEB) द्वारा आयोजित कराई गई थी।
इसमें 66 हजार छात्राओं ने परीक्षा दी थी, लेकिन परीक्षा परिणाम आज तक जारी नहीं किए गए।
66 अनसूटेबल (अपात्र) नर्सिंग कॉलेजों के हजारों छात्र-छात्राओं को सूटेबल (पात्र) नर्सिंग कॉलेजों में शिफ्ट करने की प्रक्रिया तत्काल शुरू करना चाहिए।
सरकार की लापरवाही की वजह से लाखों नर्सिंग के छात्र-छात्राओं के, जो 3 से 4 साल बर्बाद हुए हैं उसके एवज में सरकार को छात्र-छात्राओं को फीस में रियायत (MP News) देनी चाहिए।
क्या है नर्सिंग घोटाला
मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में फर्जी नर्सिंग कॉलेज खोल गए हैं। जहां ना प्रशिक्षित स्टाफ है और ना जरूरी संसाधन उपलब्ध हैं। कुछ कॉलेज तो दो- दो कमरों में चल रहे थे। सीबीआई ने 300 से ज्यादा नर्सिंग कॉलेजों की जांच की, जिसमें 169 कॉलेज ही पात्र मिले हैं। 73 में खामियां और 66 नर्सिंग कॉलेज अयोग्य पाए गए।
डेढ़ सौ से ज्यादा अपात्र कॉलेजों में से राज्य सरकार ने 19 की मान्यता रद्द की है। आरोप है कि जांच कमेटी में शामिल अफसरों ने कॉलेज संचालकों से रुपए लेकर मान्यता बहाली के लिए फर्जी सत्यापन रिपोर्ट भेज दी है।
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित नर्सिंग कॉलेज घोटाले पर हाई लेवल जांच जारी है। शासन स्तर से कुछ कार्रवाई भी की गई हैं, लेकिन नर्सिंग और मेडिकल कोर्स से जुड़े छात्रों की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रहीं। वह परीक्षा और एडमिशन के लिए तो परेशान हैं ही। करियर और भविष्य को लेकर भी काफी चिंतित हैं।
मंत्री सारंग के खिलाफ FIR की मांग
नर्सिंग कॉलेज घोटाले में कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है। विधानसभा के मानसून सत्र में भी मामला खूब सुर्खियों में (MP News) रहा।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की भूमिका पर सवाल उठाए हैं और उनके खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है।
यह बात भी सामने आई है कि सीबीआई जांच में अयोग्य मिले ज्यादातर नर्सिंग कॉलेज सारंग के चिकित्सा शिक्षा मंत्री रहते खुले हैं।
नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता देने वाली काउंसिल में भी मंत्री के चहेते अफसरों को पदस्थ कराने के आरोप लगे हैं। कांग्रेस ने इससे जुड़े कुछ दस्तावेज भी पुलिस को (MP News) सौंपे हैं।