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रायपुर: गैर बीजेपी शासित राज्यों में सरकार और राज्यपाल के बीच मतभेद की खबरें आम है।
रायपुर पहुंचे मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने छत्तीसगढ़ में राज्यपाल और सरकार के बीच चल रहे मतभेद पर बयान दिया। उन्होंने अपने कार्यकाल जिक्र करते हुए कहा कि कहा कि मेरे मुख्यमंत्री कार्यकाल में तात्कालीन राज्यपाल ने तीन साल तक प्राइेट यूनिवर्सिटी बिल पर साइन नहीं किए थे। जिसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से की थी।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल को विधानसभा से पारित बिल को नहीं रोकना चाहिए। अगर बिल में कोई आपत्ति है तो राज्यपाल लिखकर दें, भूपेश सरकार के दो साल पूरे होने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस महात्मा गांधी के विचारों पर अच्छा काम कर रही है। दिग्विजय सिंह नमस्ते चौक पहुंचे जहां पर कांग्रेस के विधायक सत्यनारायण शर्मा और कुलदीप जुनेजा के साथ उन्होंने चाय की चुस्की ली।
एक दिन पहले अपनी ही पार्टी पर दिग्विजय ने कसा था तंज
शुक्रवार को किसान आंदोलन के मुद्दे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार तो निशाने पर तो लिया ही, अपनी पार्टी कांग्रेस को भी नहीं बख्शा। दिग्विजय ने राजगढ़ में कहा कि हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। एमपी के किसान भोले-भाले हैं और प्रदेश में कांग्रेसी भी सो रहे हैं। उन्होंने अपनी पार्टी के लोगों से अपील की कि वे किसान विरोधी कानून के खिलाफ आवाज उठाएं।