BJP Leader Mamta Yadav Murder: अशोकनगर के चंदेरी की बीजेपी नेता ममता यादव की गुमशुदगी और फिर मौत के मामले में अब सियासत शुरू हो गई है। शनिवार, 22 जून को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ममता यादव की मां और भाई से मुलाकात की और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
दिग्विजय सिंह ने लिखा डीजीपी को पत्र
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ममता यादव की मौत (BJP Leader Mamta Yadav Murder) पर सनसनीखेज आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि अशोकनगर के किसी नेता ने 20 लाख रुपए की सुपारी देकर ममता यादव की हत्या कराई है।
दिग्विजय सिंह ने डीजीपी (DGP) को एक लेटर भी लिखा है।
उन्होंने ममता यादव की मौत को हत्याकांड बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
इसके साथ ही अशोकनगर पुलिस की संदिग्ध भूमिका की जांच और मृतका के परिजन को सुरक्षा देने की भी मांग की।
पुलिस ने चुनाव का हवाला देकर कार्रवाई नहीं की
दिग्विजय सिंह ने कहा कि एक बहुत संगीन अपराध का केस (BJP Leader Mamta Yadav Murder) मेरे पास आया है। जो कि एमपी और यूपी पुलिस से संबंधित है।
चंदेरी की बीजेपी की नेता ममता यादव 11 सितंबर 2023 को घर से यह कहकर निकलती है कि उसे प्रयागराज में रेंजर रामपति द्विवेदी से 7 लाख रुपए लेना है।
वो प्रयागराज जाती है और वहां से फोन के जरिए उसकी परिवार से बातचीत होती है।
इसके बाद 21 सितंबर के बाद ममता का फोन अचानक बंद हो जाता है। परिवार के लोग थाने में शिकायत करते हैं, लेकिन पुलिस चुनाव का हवाला देकर कार्रवाई नहीं करती है।
अशोकनगर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की- दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह ने कहा कि ममता का परिवार स्थानीय विधायक बृजेन्द्र सिंह यादव और ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास गया था, लेकिन फिर भी उस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इसके बाद अशोकनगर पुलिस ने कॉल डिटेल्स भी निकाले। बाद में चंदेरी थाना प्रभारी ने इसे एसपी को सौंपा था।
उसमें 6 मोबाइल नंबर हैं, जिनसे 11 से 21 सितंबर 2023 के बीच ममता की बात हुईं।
एक मोबाइल पर 10 दिन में 86 बार बातचीत हुई। एक अन्य फोन से 44 बार बात हुई।
पुलिस ने क्यों नहीं की जांच ?
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाए कि पुलिस ने इस मामले (BJP Leader Mamta Yadav Murder) में जांच क्यों नहीं की? जबकि कॉल डिटेल्स की रिपोर्ट आ गई थी।
3 अक्टूबर को कॉल डिटेल अशोकनगर एसपी के पास पहुंच गई थी, लेकिन फरवरी तक पुलिस ने इस केस में कोई कार्रवाई नहीं की।
भाई ने कहा- 20 लाख रुपए देकर ममता की हत्या कराई
दिग्विजय सिंह ने कहा- फरवरी 2024 में प्रयागराज जिले के मांडा थाना क्षेत्र में एक शव मिला।
डेड बॉडी पर बने टैटू के आधार पर उसे चिन्हित किया जाता है। उसके बाद चंदेरी के थाने से एसआई धर्मेश दांगी प्रयागराज गए, लेकिन, वहां क्या बात हुई ये नहीं बताया।
दिग्विजय सिंह के साथ ही ममता के भाई राजभान ने बताया कि चंदेरी थाने के जांच अधिकारी धर्मेश दांगी ने उन्हें बताया कि संजय द्विवेदी ने ममता की हत्या की है।
अशोकनगर के किसी नेता ने 20 लाख रुपए देकर हत्या कराई है। धर्मेश दांगी चंदेरी थाने के सब इंस्पेक्टर हैं और उन्होंने मामले की जांच की है।
डीजीपी सीनियर अफसर से जांच कराएं- दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे स्थानीय पुलिस पर ज्यादा भरोसा नहीं है। डीजीपी खुद किसी सीनियर अफसर से जांच कराएं।
हम संतुष्ट नहीं हुए तो अदालत से मांग करेंगे कि किसी जज के नियंत्रण में इसकी जांच कराई जाए। ये दो राज्यों का मामला है।
गायब होने से 10 दिन पहले 86 बार किससे बात हुई?
ममता के भाई राजभान यादव ने शिकायत की है और सवाल पूछा है कि ममता के गायब होने के पहले 10 दिनों में जिस मोबाइल नंबर पर 86 बार बात हुई वो व्यक्ति कौन है?
अंतिम संस्कार के लिए 9 महीने से बहन का शव नहीं मिला
ममता के भाई राजभान यादव ने कहा कि मैं हर जगह जाकर थक चुका हूं।
अब तो हमें न्याय चाहिए। एसपी ऑफिस भी गए, डीजीपी ऑफिस से लेकर लखनऊ में मुख्यमंत्री के यहां गए। परेशान हो गए,
अब तो सिर्फ सुसाइड करने का मन करता है। 9 महीने हो गए, शव नहीं दे रहे हैं।
उसका अंतिम संस्कार न कर पाए तो हमारे ऊपर क्या बीत रही होगी। ये समझ सकते हैं।
उन्होंने कहा- अशोकनगर के राजनीतिक लोग हम पर दबाव बना रहे कि आपके पास कोई आपत्तिजनक सीडी हो तो हमें दे दो बदले में पैसे ले लो।
जब बहन गई थी तो बताया था कि दो पेन ड्राइव लेकर जा रही हूं। किसी से पैसे लेना है।
21 तारीख को रात में 9 बजे बात हुई और बहन बोली कि मैं परसों आ रही हूं। उसके बाद फोन बंद हो गया।
प्रयागराज के मांडा थाना क्षेत्र में 23 फरवरी को फोटो के माध्यम से पता चला कि युवती की लावारिश लाश मिली है और टैटू के आधार पर बहन की पहचान की।
दिग्विजय ने डीजीपी को लिखा पत्र
दिग्विजय सिंह ने डीजीपी को लिखे पत्र में एक मोबाइल नंबर दिया है। उन्होंने लिखा कि मृतका भाजपा की चंदेरी मंडल की महामंत्री के पद पर थी।
मौत के पहले उसकी मोबाइल नंबर 8319295659 पर 86 बार बात हुई है।
यह भी जांच का विषय है कि यह नंबर किस व्यक्ति के नाम पर है और इसका उपयोग कौन कर रहा है।
पीएम रिपोर्ट नहीं दी, अज्ञात मानकर दफना दिया शव
दिग्विजय सिंह ने लिखा कि आवेदक ने यह भी शिकायत की है कि प्रयागराज पुलिस ने उनकी बहन के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट उन्हें नहीं दी।
शव को अज्ञात मानकर दफना दिया। जबकि आवेदक पुलिस के दिखाए फोटो के अनुसार उसकी शिनाख्त कर चुका है।
शव का डीएनए टेस्ट भी नहीं कराया गया है जिसके कारण आवेदक को आशंका है कि उसका दफनाया गया, शव बदला जा सकता है।
आवेदक अपनी बहन का हिन्दू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार करना चाहता है इसलिए शव की मांग की जा रही है लेकिन, प्रयागराज पुलिस शव उसके परिजनों को नहीं सौंप रही है।
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ममता की हत्या संजय द्विवेदी ने कराई
दिग्विजय सिंह ने डीजीपी को लिखे पत्र में बताया कि आवेदक का आरोप है कि ममता की हत्या उत्तरप्रदेश के ही एक व्यक्ति संजय द्विवेदी ने 20 लाख रुपए लेकर की है।
संजय द्विवेदी के इस कबूलनामे का चंदेरी थाने के जांच अधिकारी धर्मेश दांगी ने अपने मोबाइल में वीडियो भी बनाया था जिसे वे छुपा रहे हैं।
आवेदक ने इस प्रकरण में प्रभावशाली नेताओं के शामिल होने के कारण अपनी हत्या की आशंका जताते हुए सुरक्षा की मांग की है।