हाइलाइट्स
-
छत्तीसगढ़ के बालौदाबाजार के बलौदी गांव की घटना
-
स्थानीय अस्पताल में 19 लोगों को कराया भर्ती
-
कुछ मरीजों को जिला अस्पताल और रायपुर किया रेफर
Diarrhea in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बालौदाबाजार जिले के पलारी तहसील के बलौदी गांव में डायरिया फैसने से 40 के करीब लोग बीमार हैं।
इसमें से 19 लोगों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। वहीं कुछ गंभीर मरीजों को बालौदाबाजार जिला अस्पताल में और कुछ लोगों को रायपुर रेफर (Diarrhea in Chhattisgarh) किया गया है।
जानकारी के मुताबिक बदलते मौसम और तापमान में तेजी से हो रहे उतार-चढ़ाव की वहज से ग्रामीण इलाकों में डायरिया, वायरल बुखार, खांसी-जुकाम से लोग बीमार हो रहे हैं।
मौसमी बीमारी से सबसे ज्यादा बच्चे शिकार (Diarrhea in Chhattisgarh) हो रहे हैं।
CMHO टीम के साथ बदौली गांव पहुंचे
डायरिया (Diarrhea in Chhattisgarh) की बढ़ती शिकायत को देख मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमपी महेश्वर अपने स्वास्थ्य दल के साथ ग्राम पहुंचे और
स्थिति का जायजा लेते हुए ग्रामीणों को सावधानी बरतने के साथ स्वास्थ्य टीम को मुस्तैद रहने के लिए कहा। ग्रामीणों से जानकारी लेने के बाद उन्होंने पूरे गांव का भी दौरा किया।
शादी-ब्याह और खुले में बिक रही चाट खाने से लोग हो रहे बीमार
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि ग्राम बलौदी में डायरिया के मरीज (Diarrhea in Chhattisgarh) मिले हैं जिनका इलाज जारी है और स्थिति नियंत्रण में है।
उन्होंने कहा कि गांव में शादी ब्याह का सीजन चल रहा है। इस दौरान ग्रामीण बासी भोजन भी कर लेते हैं, साथ ही बच्चे खुले में बिक रहे गुपचुप चाट भी खा रहे हैं।
जो डायरिया के फैलने का प्रमुख कारण है। मैं इस गांव के साथ ही सभी जिलावासियों से अपील है किस भीषण गर्मी से बचें, बासी भोजन न करें और
अपने आसपास साफ-सफाई रखें। अभी लगभग 35 से 40 मरीज मिले हैं सबका इलाज जारी है।
ये खबर भी पढ़ें: kawardha Accident: माल वाहक वाहन में बैठा रखी थी 30 सवारी, पिकअप पलटी; 18 की मौत का जिम्मेदार कौन?
कुसमी गांव में भी डायरिया के 5 से ज्यादा मरीज
ग्राम बलौदी की तरह इसके पड़ोसी गांव कुसमी में भी 5 से अधिक लोग डायरिया से पीड़ित मिले हैं, जिन्हें उपचार के लिए पलारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया है।
बीमारी फैलने की वजह डॉक्टर शादी विवाह का सीजन बता रहे हैं। यह भी कह रहे हैं कि कई लोग बाहर से शादी से गांव लौटे हैं।
खान-पान की वजह से बीमारी फैल रही है। वहीं गांव में तालाब के पानी में ग्रामीणों की निस्तारी है।
तालाब में ही नहाते हैं, वहीं पानी के लिए सार्वजनिक नालों और टंकियों में भरे पानी का इस्तेमाल करते हैं। इन दिनों तालाब में पानी कम है और
उसी में गांव के जानवर पानी पीते हैं और ग्रामीण भी उसका उपयोग कर रहे हैं।