हाइलाइट्स
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सुप्रीम कोर्ट में एएसआई सर्वे पर रोक लगाने याचिका
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हाईकोर्ट में अगली सुनवाई 29 अप्रैल को की जाएगी
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साल 2006, 2012 और 2016 में हुआ था विवाद
ASI Survey Bhojshala: सदियों पुराना धार भोजशाला विवाद को लेकर हाईकोर्ट इंदौर बेंच ने बड़ा आदेश दिया है। कल यानी शुक्रवार से भोजशाला का ASI सर्वे होगा।
इधर इंदौर हाईकोर्ट के एएसआई सर्वे के आदेश को मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
MP News: ज्ञानवापी के बाद भोजशाला की बारी, कल से धार भोजशाला का होगा ASI सर्वे#dhar #ASI #survey #Bhojshala pic.twitter.com/hLKq4S5GJI
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) March 21, 2024
बता दें कि ज्ञानवापी के बाद अब धार भोजशाला का एएसआई सर्वे (ASI Survey Bhojshala) होगा। मुस्लिम पक्ष ने 22 मार्च से शुरू होने वाले सर्वे पर रोक लगाने की मांग की है।
इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। कल सुप्रीम कोर्ट के सामने मुस्लिम पक्ष सुनवाई की मांग उठाएगा।
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश के मुताबिक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) धार के विवादास्पद भोजशाला परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण शुक्रवार अलसुबह से शुरू करेगा।
अगली सुनवाई 29 अप्रैल को होगी
हाईकोर्ट ने 11 मार्च को एक आदेश सुनाया था। जिसमें कहा था कि अदालत ने एक निष्कर्ष निकाला है।
जिसमें भोजशाला (ASI Survey Bhojshala) मंदिर-सह-कमाल मौला मस्जिद परिसर का जल्द से जल्द वैज्ञानिक सर्वेक्षण और अध्ययन कराना एएसआई का संवैधानिक दायित्व है।
अदालत ने यह आदेश हिंदू फॉर जस्टिस नामक संगठन की र्जी को मंजूर करते हुए सुनाया था। मामले की अगली सुनवाई 29 अप्रैल को होनी है।
कैसे होगा ASI सर्वे ?
इंदौर हाईकोर्ट के आदेश के बाद 5 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। ASI की 5 सदस्यीय टीम सर्वे (ASI Survey Bhojshala) करेगी। ये सर्वे ज्ञानवापी की तर्ज पर होगा।
ये सर्वे की टीम 6 सप्ताह में रिपोर्ट जमा करेगी। इस टीम में 5 वरिष्ठ अफसरों को शामिल किया गया है।
भोजशाला से जुड़ा विवाद
बता दें कि भोजशाला (ASI Survey Bhojshala) से जुड़ा विवाद सदियों पुराना है। बताया जाता है कि ये भोजशाला राजा भोज ने बनवाई थी।
इसके बाद मुस्लिम शासक ने इसे मस्जिद में बदल दिया था। इसके बाद कोर्ट ने भोजशाला में मंगलवार को हिंदू पक्ष को पूजा-अर्चना की अनुमति दी है।
शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष को नमाज पढ़ने प्रवेश दिया जाता है। जब भी शुक्रवार को वसंत पंचमी आई, तब-तब यहां विवाद हुआ।
बता दें कि साल 2006, 2012, 2016 में वसंत पंचमी को विवाद हुआ था।
भोजशाला का इतिहास
बता दें कि धार भोजशाला (ASI Survey Bhojshala) का विवाद सदियों पुराना है। हिंदू पक्ष ने इसे सरस्वती देवी का मंदिर बताया है। वहीं सदियों पहले यहां मौलाना कमालुद्दीन की मजार बनाई गई है।
भोजशाला में देवी-देवताओं के चित्र और श्लोक लिखे हुए हैं। अंग्रेज भोजशाला में लगी वाग्देवी की प्रतिमा को लंदन ले गए थे।
याचिका में भोजशाला को हिंदुओं का उपासना स्थल बताया गया है।
स्थानीय प्रशासन को भेजा पत्र
बता दें कि देश में लोकसभा चुनाव होना है। इसी बीच हाईकोर्ट ने धार भोजशाला के सर्वे (ASI Survey Bhojshala) का आदेश दिया है।
लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू होने से यह मामला संवेदनशील हो गया है।
इसके चलते एएसआई की ओर से स्थानीय पुलिस और प्रशासन को भी पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि सर्वे का काम 22 मार्च अलसुबह से ही शुरू होगा।
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भोजशाला में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
धार पुलिस अधीक्षक ने एएसआई के पत्र मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि भोजशाला (ASI Survey Bhojshala) परिसर में सर्वे का काम शुक्रवार अलसुबह से होना प्रस्तावित है। इसके तहत सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।