नई दिल्ली। Dhanteras 2022 दीपावली के पहले life style आने वाली धनतेरस diwali 2022 खरीदारी के लिए शुभ माना जाता है। इस वर्ष धनतेरस 22 अक्टूबर शनिवार को आ रही है। इस दिन से दीपावली के उत्सव की शुरूआत मानी जाती है। अगर आप भी इस दिन खरीदारी की प्लानिंग कर रहे हैं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि ज्योतिष के अनुसार धनतेरस के दिन किन चीजों को खरीदने की मनाही है या इस दिन कौन सी चीजें खरीदना शुभ नहीं माना जाता। वास्तु शास्त्र के अनुसार कौन सी चीजें खरीदने से आपको बचना होगा। हम आपको बताते हैं। इस दिन कौन सी चीजें आपके लिए खरीदना अच्छा है और कौन सी नहीं।
धनतेरस पर क्या न खरीदें
लोहे का सामान —
चूंकि लोहे का संबंध शनि ग्रह से होता है इसलिए इस दिन जहां तक संभव हो लोहे की वस्तुए इस दिन न खरीदें।
स्टील के बर्तन —
चूंकि स्टील के बर्तन को राहु का प्रतीक माना जाता है इसलिए इस दिन जहां तक संभव हो इन्हें खरीदने से बचें। इसकी अपेक्षा आप पीतल या तांबे की वस्तुएं खरीदी जा सकती हैं। हां लोहे या स्टील के बर्तन को धनतेरस के पहले खरीदा जा सकता है।
चीनी मिट्टी एवं कांच से बने सामान —
धनतेरस के दिन आपको कोशिश करनी चाहिए कि चीनी मिट्टी और कांच के बर्तन न खरीदें। कांच और चीनी के बर्तन राहू का प्रतीक मानें जाते हैं। ये चीजें आपके घर में शुभता को प्रभावित करती हैं।
प्लास्टिक की वस्तुएं —
अगर आप धनतेरस के दिन प्लास्टिक की वस्तुएं खरीदते हैं तो य आपके जीवन में बरकत को रोकती है।
काले रंग की वस्तुएं न खरीदें —
शास्त्रानुसार काले रंग की वस्तुओं को धनतेरस पर खरीदना अच्छा नहीं माना जाता। ये चीजें आपके जीवन में नकारात्मकात लाती हैं।
नहीं खरीदें धारदार वस्तुएं —
इस दिन धारदार वस्तुएं यानी चाकू सुई आदि नहीं खरीदना चाहिए। ये चीजें नकारात्मकता को दर्शाती हैं।
सोना-चांदी खरीदने का शुभ मुहूर्त —
2 नवंबर को धनतेरस के मौके पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। हालांकि इस दिन विशेष रूप से भगवान धनवंतरी की पूजा की जाती है।
जबलपुर के भुवन विजय पंचांग के अनुसार – Dhanteras 2022
त्रयोदशी 22 अक्टूबर को सायंकाल 4:04 से प्रारंभ हो रही है और अगले दिन अर्थात 23 तारीख को दिन के 4:35 तक रहेगी। इससे यह स्पष्ट है दीपदान हेतु समय 22 अक्टूबर को सायंकाल 4:04 के बाद ही प्रारंभ होगा।
उज्जैन के पुष्पांजलि पंचांग के अनुसार – Dhanteras 2022
त्रयोदशी 22 तारीख को सायंकाल 5:56 से प्रारंभ हो रही है जो अगले दिन 23 तारीख को सायंकाल 5:58 तक रहेगी। जबलपुर के समय के अनुसार 23 तारीख को 4:30 से 4: 33 रात्रि अंत तक भद्रा रहेगी। 22 तारीख को सायंकाल का मुहूर्त ही उपयुक्त है। धनतेरस की खरीदारी 22 तारीख को सायंकाल उज्जैन के समय के अनुसार सायंकाल 5:56 से 7:29 तक तथा इसके उपरांत रात्रि 9:03 से रात्रि के 25:46 अर्थात रात्रि 1:46 तक की जा सकती है। पूजन मुहूर्त की गणना निर्णय सिंधु ग्रंथ के अनुसार की गई है।
Dhanteras 2022 : क्यों मनाते हैं धनतेरस, क्या हैं इससे जुड़ी कथाएं, पूजन-दीपदान मुहूर्त, विधि