भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना मामले थमते ही डेंगू का कहर बढ़ने लगा है। प्रदेश में डेंगू मरीजों की संख्या 2200 तक पहुंच गई है। यहां आए दिन डेंगू के 100 से भी अधिक मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेशभर के कई जिले डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर, मंदसौर, रतलाम, आगर मालवा सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में एक है। राजधानी भोपाल में डेंगू मरीजों की संख्या 200 तक पहुंच गई हैं। इंदौर में भी 100 से अधिक डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। वहीं बीते 24 घंटे में मंदसौर में डेंगू के 46 और ग्वालियर में 15 नए मरीज मिले हैं। जिसके बाद मंदसौर में डेंगू मरीजों की संख्या 800 के भी पार पहुंच गई है।
8 वर्षीय बच्ची की मौत
राजधानी भोपाल में बुखार से एक 8 वर्षीय बच्ची की मौत गई। जानकारी के मुताबिक बच्ची को दो दिन पहले बुखार आया था। डॉक्टर का कहना है कि बच्ची की मौत वायरल फीवर की वजह से हुई है। वहीं मालवा में जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. मुरली पाटीदार की डेंगू के चलते शुक्रवार को मौत हो गई है।
चिकनगुनिया का भी खतरा
राजधानी में डेंगू का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है यहां अब तक डेंगू के करीब 200 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं वहीं शहर में चिकनगुनिया ने भी दस्तक दे दी है। यहां अब तक चिकनगुनिया के 48 मरीज सामने आ चुके हैं। राजधानी के साथ इंदौर भी डेंगू और चिकनगुनिया की चेपट में आ रहा है। इंदौर में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 103 हो गई है। वहीं प्रदेश में लगातार बढ़ रहे डेंगू मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ने लगी है। हालांकि डेंगू की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है। जिला प्रशासन अब लोगों के घर जाकर जांच कर रहा है। अगर किसी के घर लार्वा मिल रहा है तो उनपर 500 रुपए का जुर्माना लगाया जा रहा है।
कैसे फैलता है डेंगू
डेंगू चार किस्मों के वायरस के संक्रमण से फैलता है। यह वायरस मादा एडीस मच्छर के काटने से शरीर में फैल जाता है। डेंगू केवल गंदे पानी ही नहीं बल्कि साफ पानी में भी फैलता है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के फैलने का खतरा बना रहता है। यह एक वायरस से होता है इसलिए इसकी कोई दवा या एंटीबायटिक नहीं है। डेंगू की चपेट में आने के बाद लोगों को तेज बुखार के साथ नाक बहना, खांसी, आखों के पीछे दर्द, जोड़ों के दर्द और त्वचा पर हल्के रैश जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों के साथ ही कई बार लाल और सफेद निशानों के साथ पेट खराब, जी मिचलाना, उल्टी जैसी शिकायत भी इसमें देखने को मिलती है।