भोपाल। Dengue In Bhopal राजधानी भोपाल में डेंगू का कहर बढ़ता ही जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आ रही है। मंगलवार को बैरागढ़ के 16 वर्षीय किशोर ने डेंगू के कारण दम तोड़ दिया है। जिसके बाद राजधानी में डेंगू से मौत का आंकड़ा 12 हो गया है। आपको बता दें चार दिन पहले ही यह युवक के भाई की भी डेंगू के कारण मौत हो गई थी। तो वहीं स्वास्थ्य विभाग इसे मौत का कारण डेंगू नहीं मान रहा है।
स्वास्थ्य विभाग का डेंगू से इंकार —
आपको बता दें एक बैरागढ़ में ये डेंगू से 12 मौत बताई जा रही है। तो वहीं स्वास्थ्य विभाग एजीलिया टेस्ट न होने के कारण इसे डेंगू मानने से इंकार कर रहा है। जानकारी के वनट्री कॉलोनी निवासी 16 वर्षीय तरुण राजपूत की सोमवार देर रात डेंगू के कारण मौत हो गई। इतना ही नहीं चार दिन पहले तरुण के बड़े भाई राजीव राजपूत की भी डेंगू के चलते मौत हो गई थी। परिजनों के अनुसार तरुण को तेज बुखार आने के कारण पास के अस्पताल में इलाज के लिए ले गए थे। जहां डेंगू टेस्ट कराने पर उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। तबियत बिगड़ने पर उसे बैरसिया रोड स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जिसके बाद सुधार न होने पर फिर दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया था।
लगातार बढ़ रही नए मरीजों की संख्या —
एक तरफ राजधानी में डेंगू से मरीजों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर नए मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। मंगलवार को आए नए मरीजों की संख्या में सबसे ज्यादा मरीज पिपलानी क्षेत्र में पाए गए हैं। नए मरीजों के आने के बाद नए मरीजों की संख्या 645 पर पहुंच गई है।
हर मौत पर नकार रहा स्वास्थ्य मरीज —
आपको बता दें संत साथ—साथ अभी तक जितनी भी मौते हुई हैं। उस पर स्वास्थ्य विभाग मानने को तैयार नहीं कि ये मौते डेंगू के कारण हुई हैं। आपको बता दें स्वास्थ्य विभाग का कहना है जब तक एलीजिया टेस्ट पॉजिटिव टेस्ट नहीं आता तब तक डेंगू नहीं माना जाता है। इन मृतकों का एलीजिया टेस्ट नहीं हुआ था। इसलिए इसे डेंगू नहीं माना जा सकता। डेंगू के लिए केंद्र सरकार ने कुछ नियम निर्धारत किए हैं। इसके लिए रैपिड कार्ड में डेंगू आने के बाद अस्पतालों को एलीजिया टेस्ट कराना जरूर होता है। एक हफ्ते पहले ही मप्र नर्सिंग होम एसोसिएशन के साथ बैठकर इसकी जानकारी दी। वाबजूद इसके निजी अस्पताल इसमें आनाकानी कर रहे हैं।