हाइलाइट्स
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68 एकड़ चारागाह जमीन पर अवैध कब्जा
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173 किसानों के नाम पर चारागाह जमीन
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फैसले से दोनों पक्ष नहीं कर सकेंगे निर्माण
Raipur CG News: रायपुर के पास भाटागांव में हज़ारों ग्रामीणों ने अवैध प्लाटिंग के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि इलाके में भूमाफिया और प्रशासन की मिलीभगत से अवैध प्लाटिंग हो रही है।
रायपुर (Raipur CG News) में भूमाफिया के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन किया गया। ग्रामीण चारागाह की जमीन बचाने के लिए लामबंद हुए हैं।
रायपुर में लामबंद हुए ग्रामीण, भूमाफिया के खिलाफ किया प्रोटेस्ट | Raipur News #raipur #chhattisgarh #CGNews #rural #landmafia pic.twitter.com/FlWzghvMg0
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) July 21, 2024
भाटागांव की 68 एकड़ चारागाह जमीन बचाने के लिए हजारों ग्रामीणों ने प्रदर्शन (Raipur CG News) किया। इनका आरोप है कि भूमाफिया हेराफेरी कर रहे हैं। प्रशासन से मिलीभगत कर इलाके की चारागाह वाली ज़मीन पर कब्जा कर रहे हैं। ये ज़मीन गांव के 173 किसानों के नाम पर है।
ग्रामीणों ने किया जमकर प्रदर्शन
भूमाफियाओं के अवैध रूप से कब्जे के विरोध में ग्रामीणों ने जमकर विरोध (Raipur CG News) किया। जहां जमकर प्रशासन के खलिाफ नारेबाजी की। इसकी सूचना के बाद प्रशासन हरकत में आया। इसके बाद लोकल थाना प्रभारी के साथ ही नायब तहसीलदार प्रवीण परमार मौके पर पहुंचे। जहां ग्रामीणों से मामले को लेकर चर्चा।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (Raipur CG News) में जहां एक ओर जिला प्रशासन अवैध प्लाटिंग और भू माफियाओं के खिलाफ विशेष अभियान जारी है और बुलडोजर चलाकर भूमाफियाओं के कब्जे से अवैध प्लाटिंग को मुक्त कराया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर राजधानी रायपुर के भाटागांव में हजारों ग्रामीणों ने अवैध प्लाटिंग को लेकर मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों ने भूमाफियाओं और प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।
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नहीं कर सकते निर्माण
ग्रामीणों की बड़ी बैठक और प्रदर्शन के बाद प्रशासन भी हरकत में आई और मौके पर स्थानीय थाना प्रभारी और तहसीलदार पहुंचे। जहां ग्रामीणों के प्रदर्शन (Raipur CG News) के संबंध में जानकारी ली।
इस मामले को लेकर नायब तहसीलदार प्रवीण परमार ने कहा कि आपसी चर्चा में हमने ग्रामीणों को जानकारी दी थी, जो गेट जमीन पर लगाया गया था, उसे हटवा दिया गया है। इस जमीन पर त्रुटि सुधार का केस लंबित है। जब तक उस केस में अंतिम निर्णय नहीं हो जाता, तब तक दोनों ही पक्ष उस जगह पर निर्माण कार्य नहीं कर सकते।