हाइलाइट्स
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वन दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने सीएम से की भेंट
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वन विभाग में सीधी भर्ती पर रोक लगाने की मांग
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बीजेपी सरकार से वादा पूरा करने संघ की मांग
Chhattisgarh Van Vibhag Bharti 2024: छत्तीसगढ़ में वन विभाग में बंपर भर्ती निकाली जा रही है। इसको लेकर विज्ञापन भी जारी किया गया है।
इसके बाद से छत्तीसगढ़ में वन विभाग में भर्ती का विरोध भी शुरू हो गया है। पिछले कई सालों से दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी विभाग में कार्यरत हैं।
उन्हें नियमित करने के लिए पूर्व में आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन उन्हें अभी तक नियमित नहीं किया गया है। जबकि प्रदेश में वन विभाग में सीधी भर्ती की जा रही है।
छत्तीसगढ़ वन विभाग में सीधी भर्ती (Chhattisgarh Van Vibhag Bharti 2024) के विरोध में छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, वन मंत्री केदार कश्यप से मुलाकात कर इस सीधी भर्ती पर रोक लगाने की मांग की।
इसको लेकर वन कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन भी सौंपा है।
जिन नेताओं ने वादा किया वे मंत्री हैं
छत्तीसगढ़ में वन विभाग में वन रक्षक के 1484 पदों और वाहन चालक के 144 पदों पर सीधी भर्ती (Chhattisgarh Van Vibhag Bharti 2024) निकली है।
इसके लिए आवेदन की अंतिम तारीख 1 जुलाई निर्धारित की गई है। इसको लेकर विज्ञापन भी जारी किया है।
इधर छत्तीसेगढ़ दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ का कहना है कि बीजेपी के नेताओं ने संघ के मंच पर जाकर हम वन कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था।
यह वादा उनके घोषणा पत्र में भी शामिल था। जिन नेताओं ने उस समय यह वादा किया था वे सभी आज उप मुख्य मंत्री, वन मंत्री, वित्त मंत्री और शिक्षा मंत्री हैं।
सीधी भर्ती पर रोक लगाए जाने की मांग
वन कर्मचारी संघ का कहना है कि वन विभाग में 6500 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी व श्रमिक काम कर रहे हैं। वन विभाग में सीधी भर्ती (Chhattisgarh Van Vibhag Bharti 2024) करने पर इनके भविष्य पर कुठाराघात होगा।
संगठन के पदाधिकारियों ने छाया विधायक अल्का चन्द्राकर के साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की और सीधी भर्ती पर तत्काल रोक लगाने की मांग की।
वहीं इन खाली पदों पर दैनिक वेतन भोगियों को नियमित करने की भी बात रखी। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है।
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कर्मचारियों काे दिया आश्वासन
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रामकुमार सिन्हा, प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद वर्मा, जिला सचिव अजय गुप्ता, वन विकास निगम के अध्यक्ष जनक लाल साहु , फेडरेशन के कोषाध्यक्ष विजय पटेल, अमित ठाकुर, शोमनाथ साहु, ने वित्त मंत्री ओपी चौधरी से मुलाकात की।
साथ ही वन विभाग में सीधी भर्ती पर रोक लगाने की मांग की। इसके बाद संगठन के पदाधिकारियों ने वन मंत्री केदार कश्यप से मुलाकात की।
साथ ही वन विभाग में सीधी भर्ती पर रोक लगाने व दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की। वन मंत्री ने आश्वासन दिया है।
वन कर्मचारियों में आक्रोश
वन विभाग में सीधी भर्ती (Chhattisgarh Van Vibhag Bharti 2024) को लेकर विज्ञापन जारी करने के बाद दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों में आक्रोश है।
इस भर्ती से दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों में तनाव का माहौल है। दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ का कहना है कि इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।
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वन कर्मचारी संघ के ये आरोप
संगठन का आरोप है कि मोदी की गारंटी पत्र 100 दिन से भी ज्यादा हो गया है, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है।
बीजेपी के वादा को लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के परिवार भी इसको लेकर आक्रोशित हैं।
संगठन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री, वन मंत्री और वित्त मंत्री से मांग की है कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी व श्रमिकों के हित में नियमितीकरण का फैसला जल्द लिया जाए।
जब तब दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण नहीं हो जाता है। तब तक के लिए सीधी भर्ती (Chhattisgarh Van Vibhag Bharti 2024) पर रोक लगाई जाए।