हाइलाइट्स
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सभी विभागों के अनियमित कर्मचारी लामबंद
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10 सूत्रीय मांगों को लेकर निकालेंगे रैली
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सरकार को वादा याद दिलाने निकालेंगे रैली
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में अब अनियमित कर्मचारी संगठन लामबंद हो गए हैं। छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार को अपना वादा याद दिलाने के लिए अनियमित कर्मचारी राजधानीमें रैली निकालेंगे।
इस दौरान 10 सूत्रीय मांगों के निराकण की मांग की जाएगी। इसके साथ ही सरकार को अपना वादा याद दिलाने 20 जुलाई 2024 को तूता में ध्यानाकर्षण रैली निकाली जाएगी। इसको लेकर प्रदेशभर से अनियमित कर्मचारी एकत्रित हो रहे हैं।
20 जुलाई को आंदोनल प्रगतिशील अनियमित कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी देंगे।
ज्ञापन के माध्यम से सरकार से अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की जाएगी। इसके साथ ही अन्य 10 मांगों के निराकरण की मांग की जाएगी।
आंदोलन की राह पर सात लाख कर्मचारी
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) में अलग-अलग विभागों में अनियमित रूप से कर्मचारी काम कर रहे हैं। इन कर्मचारियों ने पहले भी अपने नियमितिकरण की मांग को लेकर कई बार आंदोलन किया था, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
इससे अनियमित कर्मचारी संगठन में आक्रोश व्याप्त है। बता दें कि प्रदेश में 7 लाख 26 हजार 847 अनियमित कर्मचारी हैं। ये कर्मचारी 20 जुलाई को तूता में ध्यानाकर्षण रैली निकालेंगे।
रैली प्रगतिशील अनियमित कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले निकाली जाएगी और आंदोलन किया जाएगा।
कर्मचारियों की ये है प्रमुख मांगे
1.दैनिक वेतनभोगी, कलेक्टर दर, श्रमायुक्त दर, संविदा, समतुल्य मानदेय/जॉबदर (न्यूनतम वेतन/संविदा दर तुल्य) पर कार्यरत कर्मचारियों (Chhattisgarh News) को तत्काल नियमित/स्थायीकरण किया जाए।
2.जॉब दर में कार्यरत कर्मचारियों को मासिक न्यूनतम वेतन पर समायोजित किया जाए और नियत अवधि के भीतर नियमितीकरण/स्थायीकरण किया जाए।
3.न्यून मानदेय कर्मचारियों को पद हेतु निर्धारित न्यूनतम वेतन दिया जाए और एक नियत अवधि के भीतर नियमितीकरण/स्थायीकरण किया जाए।
4.विगत वर्षों में निकाले गए छंटनी किए गए अनियमित कर्मचारियों को पुनः बहाल किया जाए।
5.अंशकालीन (Chhattisgarh News) कर्मचारियों को पूर्णकालीन किया जाए और एक नियत अवधि के भीतर नियमितीकरण/स्थायीकरण किया जाए।
6.संस्था या कार्यालय में जहां कुछ माह के लिए कार्य लिया जाता है वहां वर्षभर कार्य लिया जाए।
7.आउटसोर्सिंग (प्लेसमेंट) के माध्यम से कार्यरत कर्मचारियों को विभाग में समायोजित पश्चात् एक नियत अवधि के भीतर नियमितीकरण/स्थायीकरण किया जाए।
8.ठेका/समूह-समिति के माध्यम से कार्यरत कर्मचारियों को विभाग में समायोजित कर, एक नियत अवधि के भीतर नियमितीकरण/स्थायीकरण किया जाए।
9.सेवा प्रदाता के रूप में कार्यरत कर्मचारियों (Chhattisgarh News) को विभाग में समायोजित कर, एक नियत अवधि के भीतर नियमितीकरण/स्थायीकरण किया जाए।
10.धरना-प्रदर्शन के दौरान अनियमित कर्मचारियों पर दर्ज मुकदमा को शून्य किया जाए।
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छत्तीसगढ़ में इतने अनियमित कर्मचारी
प्लेसमेंट (आउट सोर्सिंग)-40615, 2. ठेका/सेवा प्रदाता-30946, 3. मानदेय-44654, 4. जॉबदर-6832, 5. अंशकालीन-5831, 6. दे.वे.भो./कलेक्टर दर /श्रमायुक्त दर श्रमिक-31821, 7. संविदा-49935 हैं।
इसके अलावा न्यूनतम मानदेय एवं जॉब दर पर 8. प्रशिक्षित गौसेवक, PAIW, मैत्री-1200, 9. मीटर रीडर-6000, 10. कैम्पा सुरक्षा श्रमिक-29, 11. आयुष योग प्रशिक्षक – 182, 12. पंचायत भृत्य -5000, 13. पंचायत कंप्यूटर ऑपरेटर -5654, 14. किसान मित्र-9254, 15. स्कुल सफाई कर्मचारी-43301, 16. मध्यान्न भोजन रसोइया -87025, 17. मितानिन-72240,
18. आंगनबाड़ी /मिनी कार्यकर्त्ता -52474, 19. आंगनबाड़ी सहायिका -46660, 20. राजस्व ग्राम अधिकारी (पटेल)-16000, 21. स्वछता दीदी -9000, 22. बिहान कैडर-115632, 23. (पेपोइंट, बीसी सखी ) डिजिटल महिला-5000, 24. बहुउद्देशीय पुनर्वास सहायक कार्यकर्त्ता -28, 25. दिव्यांग कार्यकर्त्ता -1600, 26. पृथक अनियमित कर्मचारी- 39934 हैं।