नई दिल्ली। दिल्ली में संसद भवन के पास स्थित औरंगजेब लेन का गुरुवार को विधिवत तरीके से नाम बदल दिया गया है। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद की ओर से लुटियंस दिल्ली में औरंगजेब लेन का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम लेन (Dr APJ Abdul Kalam Lane) कर दिया गया है।
औरंगजेब के नाम पर कोई सड़क नहीं होनी चाहिए
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने पहले नाम बदलने की घोषणा करते हुए कहा था कि चूंकि औरंगजेब ने भारतीय संस्कृति को नष्ट करने की कोशिश की थी, इसलिए मुगल सम्राट के नाम पर कोई सड़क नहीं होनी चाहिए। लेन का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम लेन कर दिया गया है। औरंगजेब ने भारतीय संस्कृति को नष्ट करने की कोशिश की थी। इसलिए औरंगजेब के नाम पर कोई सड़क नहीं होनी चाहिए।
भाजपा नेता ने की थी औरंगजेब रोड के नाम बदलने की मांग
सतीश उपाध्याय ने कहा, एनडीएमसी ने पिछले महीने लुटियंस दिल्ली में औरंगजेब लेन का नाम बदलने की पुष्टि की थी। इससे पहले, अगस्त 2015 में एनडीएमसी ने औरंगजेब रोड का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड कर दिया था। अब्दुल कलाम रोड औरंगजेब लेन के माध्यम से पृथ्वी राज रोड से जुड़ती है।
2022 में भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम से लुटियंस दिल्ली में विभिन्न भारतीय हस्तियों के साथ मुगल सम्राटों के नाम पर मौजूदा सड़कों का नाम बदलने की मांग की।
बोर्ड का विधिवत हुआ उद्घाटन
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गुरुवार को एनडीएमसी के अधिकारियों ने विधिवत तरीके नाम पट्टिका (बोर्ड) लगाकर इसका उद्घाटन किया गया है। बताया गया है कि एनडीएमसी ने अपनी एक बैठक में इस सड़क का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, जिसके तहत अब इस प्रमुख मार्ग का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड कर दिया गया है।
इस अधिकार के तहत बदला नाम
कुछ समय पहले ही एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने मीडिया को बताया था कि नई दिल्ली की धारा 231 की उप-धारा (1) के खंड (ए) के संदर्भ में एनडीएमसी क्षेत्र के तहत ‘औरंगजेब लेन’ का नाम बदलकर ‘डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम लेन’ करने पर विचार करने के लिए परिषद के समक्ष एक एजेंडा रखा गया था, जिसे मंजूदी दे दी गई है।
मुंबई में भी बदले गए हैं नाम
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने भी हाल ही में मुंबई के एक ब्रिज का नाम बदला है। शिंदे सरकार वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक का नाम बदल कर वीर सावरकर सेतु रख दिया है। इसके अलावा मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का नाम भी बदलकर अटल बिहारी वायपेयी स्मृति न्हावा शेवा अटल सेतु रखने का फैसला किया है।
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