नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को तेज हवाएं चलने के साथ ही मध्यम से भारी बारिश हुई जिसकी वजह से सात उड़ानों को परिवर्तित किया गया जबकि शहर की सड़कों पर यातायात बाधित रहा। तेज हवाओं के कारण कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए व बिजली व इंटरनेट के केबल टूट गए। हालांकि, चिलचिलाती गर्मी से बारिश ने दिल्ली के निवासियों को फौरी राहत प्रदान की, लेकिन जलजमाव के कारण सड़कों पर वाहन की लंबी कतारें नज़र आयीं। दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने 52.4 मिमी बारिश और अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जो कि साल के इस मौसम के लिए सामान्य है। पालम, लोधी रोड, रिज, आयानगर, दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू), पूसा और खेल परिसर (राष्ट्रमंडल खेल गांव के पास) के मौसम केंद्रों में क्रमशः 92.4 मिमी, 64 मिमी, 21 मिमी, 46.9 मिमी, 21 मिमी, 32 मिमी और 19 मिमी बारिश दर्ज की गई।
वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही
लोगों ने बारिश के पानी के रिहायशी इलाकों में घुसने और सड़कों पर जलभराव के कारण वाहनों के फंसे होने की तस्वीरें और वीडियो साझा किए। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली हवाई अड्डे की ओर आ रहे कम से कम सात विमानों का रास्ता बदला गया जबकि करीब 40 उड़ानें विलंब से रवाना हुईं। विस्तार एयरलाइंस ने ट्वीट कर बताया कि मुंबई से दिल्ली आने वाली उसकी दो उड़ानों को भारी बारिश की वजह से दूसरे शहरों की ओर मोड़ना पड़ा जिनमें से एक को जयपुर और दूसरे को इंदौर में उतारा गया। दिल्ली यातायात पुलिस ने कहा कि न्यू रोहतक रोड, नजफगढ़ फिरनी रोड, रंगपुरी चौक, महिपालपुर चौक, नारायणा से मोती बाग, एम्स से आईआईटी दिल्ली, धौला कुआं से गुड़गांव, आईएनए से एम्स, आईआईटी से अधचीनी, मूलचंद अंडरपास और एमबी रोड तक वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही।
जलभराव की शिकायतें मिली हैं
यात्रियों को सचेत करते हुए दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, ”धौला कुआं से गुड़गांव की ओर जाने वाले दोनों मार्गों में एनएच-आठ पर यातायात प्रभावित है और जीजीआर/पीजीआर के पास जलभराव के कारण यातायात प्रभावित है। कृपया यहां जाने से बचें।” धौला कुआं फ्लाईओवर के नीचे जलजमाव के कारण तूड़ा मंडी के पास नजफगढ़ रोड पर, नारायणा से मोती बाग तक दोनों कैरिजवे में रिंग रोड पर और इसके विपरीत यातायात प्रभावित रहा। मंत्रालय ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ”महिपालपुर चौक, रंगपुरी चौक और नजफगढ़ फिरनी रोड पर ढांसा स्टैंड और बहादुरगढ़ स्टैंड के पास जलभराव के कारण यातायात प्रभावित रहा।” दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने कहा कि उसे सत्य निकेतन, विष्णु गार्डन, जनकपुरी, द्वारका सेक्टर-तीन, नेहरू नगर, त्यागराज स्टेडियम के पास प्रेम नगर मार्केट, करोल बाग, इंद्रपुरी, मानसरोवर गार्डन, टैंक रोड और वेस्ट पटेल नगर में जलभराव की शिकायतें मिली हैं।
पश्चिम बंगाल में बारिश कम हुई है
द्वारका सेक्टर-एक, तुगलकाबाद गांव, दिल्ली गेट, पश्चिम विहार और नेताजी सुभाष प्लेस में भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण कईं पेड़ उखाड़ गए। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शहर में अगले तीन दिन तक आमतौर पर बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश होने या गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है। आईएमडी ने उत्तर पश्चिम भारत में अगले दो-तीन दिन में मानसून की गतिविधियां बढ़ने का अनुमान लगाया है। मानसून ने निर्धारित समय से छह दिन पहले दो जुलाई को पूरे देश में दस्तक दे दी थी। हालांकि, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में बारिश कम हुई है। सफदरजंग वेधशाला के अनुसार, दिल्ली में एक जून को मानसून की शुरुआत होने के बाद से 189.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि आमतौर पर इस अवधि में 201 मिमी बारिश होती है।