नई दिल्ली। Delhi Kanjawala Case बाहरी दिल्ली के कंझावला में 31 दिसंबर को हुई कार दुर्घटना में साक्ष्य और नमूने एकत्र करने के लिए गुजरात के फोरेंसिक विशेषज्ञ सुल्तानपुरी का दौरा करेंगे। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता सुमन नलवा ने बताया कि मामले की जांच कर रहे डीसीपी (बाहरी) हरेंद्र के. सिंह के अनुरोध पर राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के पांच फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम दौरा कर रही है। अंजलि सिंह (20) की स्कूटी को एक कार ने 31 दिसंबर और एक जनवरी की दरमियानी रात को टक्कर मार दी थी, जिसमें वह कार के नीचे फंस गईं और वाहन के साथ सड़क पर करीब 12 किलोमीटर तक घसीटे जाने के कारण उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इस मामले में दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को पहले गिरफ्तार किया था। बाद में दो और लोगों- आशुतोष व अंकुश खन्ना – को कथित तौर पर साक्ष्य छिपाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।