हाइलाइट्स
-
छठवीं फेल स्टूडेंट ने खड़ी कर दी अरबों की कंपनी।
-
आज घर-घर पहुंचा रहे सर्विस।
-
एक दिन खाने के लिए लगना पड़ता था लंबी लाइन में।
Deepinder Goyal Success Story: दुनिया में हर कोई अपने जीवन में सफल होना चाहता है, लेकिन सफलता आसानी से हर किसी को नहीं मिलती। सक्सेस होने के लिए बहुत मेहनत करना पड़ता है। संघर्ष करना होता है, तब जाकर कहीं सफलता की सीढ़ी मिलती है। आज हम इस आर्टिकल में आपको एक ऐसे शख्सियत के बारे बताएंगे। जिसकी सफलता की स्टोरी को सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। तो आइए जानते हैं, 6वीं फेल व्यक्ति की सक्सेस स्टोरी…
आजकल हर कोई आसानी से घर बैठे अपना पसंदीदा फूड मंगवा सकता है, जिसका श्रेय जोमैटो को जाता है। यह ऑनलाइन कंपनी आज देश में सबसे बड़े स्तर पर फूड डिलीवरी करती है।
बता दें कि इस कंपनी का मालिक जो आज दुनिया भर को खाना पहुंचा रहा है, उसे एक दिन खाने के लिए लंबी लाइन में लगना पड़ा था और यहीं से उनकी तकदीर बदल गई।
कहते हैं जब किस्मत साथ दे, तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है। ऐसा ही कुछ जोमैटो कंपनी के मलिक के साथ हुआ, जिनके कंपनी की वैल्यू आज 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो चुकी है।
‘दीपिंदर गोयल’ जो कि जोमैटो कंपनी के मालिक हैं, ये पढ़ाई में कुछ खास अच्छे नहीं थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दीपिंदर 6वीं क्लास में फेल हो चुके थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने IIT एग्जाम पहले अटेम्प्ट में ही क्लियर कर लिया।
इसके बाद उन्होंने दिल्ली IIT से अपने इंजीनियरिंग के पढ़ाई पूरी की। साल 2006 में उन्होंने मैनेजमेंट कंसलटिंग कंपनी बेन एंड कंपनी में नौकरी शुरू कर दी। इस दौरान वह कैफेटेरिया के मेनू कार्ड के लिए लंबी लाइन में लगते थे। तभी उनके मन में एक विचार आया कि क्यों ना इस मेनू कार्ड को स्कैन करके किसी वेबसाइट पर डाला जाए। उनका यह आइडिया काम कर गया और आज वह देश के नंबर वन फूड डिलीवरी एप बन चुके हैं।
इस तरह शुरू हुई कंपनी
Zomato एक फूड एग्रीगेटर ऐप है। जिसकी मदद से आप अपने आसपास मौजूद होटल या रेस्टोरेंट से मेनू कार्ड के हिसाब से खाना ऑर्डर कर सकते हैं। यह आपको बहुत ही कम समय में डिलीवरी बॉय द्वारा खाना पहुंचा देता है।
इस कंपनी में आज करोड़ एक्टिव यूजर्स है। कंपनी की शुरुआत साल 2008 में दीपिंदिर गोयल ने की थी। सबसे पहले दीपिंदर ने एक रेस्टोरेंट और फूड लिस्टिंग वेबसाइट के रूप में इसे शुरू किया था।
शुरुआती दौर में जोमैटो केवल अपनी वेबसाइट से विज्ञापनों के माध्यम से कमाई कर रहा था, लेकिन जैसे-जैसे दिन गुजरते गए हालात में सुधार होने लगे और साल 2013 में कंपनी के लिए 37 मिलियन डॉलर फंडिंग रेस किया गया। जिसके बाद उनकी किस्मत ऐसी चमकी कि आज यह करोड़ों की कंपनी बन गई है।
ये भी पढ़ें:Success Story of Parle-G: कैसे करोड़ों लोगों का पसंदीदा बिस्किट बना पार्ले-जी ?
2200 करोड़ के मालिक हैं दीपिंदर गोयल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दीपिंदर गोयल की नेट वर्थ 2200 करोड़ है। करोड़ों के मालिक होने के बाद भी वे सिंपल लाइफ जीना पसंद करते हैं। दीपिंदर को सुर्खियों में रहना ज्यादा पसंद नहीं।
इतना ही नहीं, कोरोनाकाल के दौरान उन्होंने बच्चों की पढ़ाई के लिए 700 करोड़ रुपये डोनेट किए थे। साल 2022 में उन्होंने 4,447 करोड़ में Blinket कंपनी खरीद को खरीद लिया था। इसके अलावा, Zomato शेयर मार्केट में भी लिस्ट हो चुकी है। कंपनी आज 26 देश में अपनी सर्विस दे रही है, जिसमें हजार से ज्यादा एम्पलाइज काम करते हैं।