Dec Chor Panchak 2024: अगर आप भी साल के आखिरी महीने यानी दिसंबर 2024 (December 2024) में शुभ काम करने की सोच रहे हैं ये आपको ये खबर जरूर पढ़ लेनी चाहिए।
दरअसल हिन्दू पंचांग (Hindu Panchak) और ज्योतिष (Jyotish) के अनुसार ग्रहों की विशेष स्थिति (Grah Gochar) में शुभ कामों के लिए वर्जित माना जाता है।
ऐसे मेंं यदि आप भी जानना चाहते हैं कि दिसंबर में पंचक कब से शुरू हो रहे हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं कि दिसंबर में चोर पंचक (Chor Panchak) कब से हैं (Dec me Panchak kab se hai) और कब (Dec me Panchak kab end honge) इसकी समाप्ति होगी।
दिसंबर में कब से हैं पंचक
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार साल के आखिरी महीने यानी दिसंबर 2024 में पंचकों की शुरुआत 6 दिसंबर से होगी। हिन्दू पंचांग के अनुसार 6 दिसंबर को नाग दिवाली है। इसी दिन विवाह पंचमी भी है।
इस दिन राम में 4:01 मिनट से पंचकों की शुरुआत होगी। जो पांच दिन तक चलेंगे। इनकी समाप्ति 11 दिसंबर को सुबह 9:43 बजे होगी।
दिसंबर में कौन से पंचक आएंगे
हिन्दू पंचांग के अनुसार दिसंबर 2024 में चूंकि शुक्रवार से पंचक शुरू होंगे इसलिए इस दिन शुक्रवार है। जब पंचकों की शुरुआत शुक्रवार से होती है तो इसे चोर पंचक कहा जाता है।
पंचक किसे कहते हैं
हिन्दू धर्म ज्योतिष में कई तरह के नक्षत्र होते हैं। जिसमें से कुछ शुभ और कुछ अशुभ नक्षत्र होते हैं। ऐसे में जो अशुभ नक्षत्रों होते हैं, उनमें शुभ काम करना वर्जित माना जाता है। इन्हें ही पंचक कहा जाता है।
ज्योतिषीय गणना में जब धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद एवं रेवती समेत पांच नक्षत्र (Panchak Nakshatra) एक साथ आते हैं, तो इसकी युति यानी इन सभी का एकसाथ आना अशुभ मानते हैं। नक्षत्रों की इस स्थिति को ही पंचक कहा जाता हैं।
कितने प्रकार के होते हैं पंचक
धर्म ज्योतिष के अनुसार पंचक पांच तरह के होते है। इनमें रोग पंचक, राज पंचक, अग्नि पंचक, चोर पंचक, मृत्यु पंचक शामिल हैं।
पंचकों की गिनती कैसे होती है
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार पंचक पांच दिन के होते हैं, लेकिन ज्योतिषीय गणना के अनुसार नक्षत्र (Nakshatra) साढ़े चार दिन के नक्षत्र होते हैं। जिनमें से घनिष्ठा नक्षत्र (Ghanishtha Nakshatra) का आधा नक्षत्र गिना जाता है। इसके बाद चार नक्षत्र गिनकर पंचक बनते हैं।
पंचक कितने तरह के होते हैं (Type of Panchak)
पंचकों मुख्य रूप से पांच तरह के होते है। इसमें रोग पंचक, राज पंचक, अग्नि पंचक, चोर पंचक, मृत्यु पंचक शामिल हैं।
क्या होते हैं रोग पंचक (Rog Panchak)
यदि पंचक रविवार को पड़े तो उसे रोग पंचक कहा जाता है।
क्या होते हैं राज पंचक (Raj Panchak)
जब पंचक सोमवार को पड़े तो इसे राज पंचक (Raj Panchak 2024) कहते हैं।
क्या होते हैं अग्नि पंचक (Agni Panchak)
जब पंचक मंगलवार को पड़े तो इसे अग्नि पंचक (Agni Panchak 2024) कहते हैं।
क्या होते हैं चोर पंचक (Chor Panchak kya hote hain)
जब पंचक शुक्रवार को पड़े तो इसे चोर पंचक (Chor Panchak 2024) कहते हैं।
क्या होते हैं मृत्यु पंचक (Mrityu Panchak)
जब पंचक शनिवार के दिन पड़े तो इसे मृत्यु पंचक (Mrityu Panchak 2024) कहते हैं। बुधवार और गुरुवार को पड़ने वाले पंचकों को सोमवार और मंगलवार के पंचक के समान माना जाता है।
पंचक में क्या नहीं करना चाहिए (Panchak me Kya nahi Karte hain)
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार ऐसा माना जाता है पंचकों में कोई भी शुभ काम नहीं करना (Panchak me Kya nahi Karna Chahiye) चाहिए। पंचक में लकड़ी या लकड़ी का सामान घर नहीं लाना चाहिए।
इस दौरान चारपाई बुनवाना भी वर्जित माना गया है। इस दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा करना वर्जित है।
साथ ही घर को भी इस दौरान रंगरोगन और पेंट नहीं कराना चाहिए। अगर आप भी ये काम करते हैं तो सतर्क हो जाएं। आपको ये सब पंचकों में नहीं करना है।
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