Death Due To Poisonous Liqour: जहां कुछ दिन पहले ही बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने के कारण 65 लोगों की जान चली गई थी, जबकि बिहार में 2016 से शराबबंदी कानून लागू है। वहीं अब राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों से बड़ा खुलासा हुआ है कि पिछले 6 सालों में भारत में नकली शराब के सेवन से करीब सात हजार लोगों की जान चली गई है। इस मामले में मध्यप्रदेश सबसे आगे है।
एनसीआरबी के अनुसार, 2016 से 2021 तक छह साल की अवधि में नकली शराब ने भारत में कुल 6,954 लोगों की जान ली। वर्ष 2016 में मौत के 1,054 मामले सामने आए, जबकि वर्ष 2017 में इससे 1,510, वर्ष 2018 में 1,365, वर्ष 2019 में 1,296 और वर्ष 2020 में 947 लोगों की जान गई। इस लिहाज से नकली शराब के सेवन से देश में प्रतिदिन औसतन तीन से अधिक लोगों की मौत हो रही है।
मध्य प्रदेश में सर्वाधिक मौतें
NCRB के आंकड़ों के मुताबिक, 2016 से 2021 के बीच नकली शराब के सेवन से मध्य प्रदेश में सर्वाधिक 1,322 मौतें हुईं, जबकि कर्नाटक में इस अवधि में 1,013 और पंजाब में 852 लोगों की जान गई। नकली शराब से हुई मौतों को लेकर लोकसभा में 19 जुलाई 2022 को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद कुंवर दानिश अली के सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने वर्ष 2016 से लेकर 2020 तक के एनसीआरबी के आंकड़े पेश किए थे।