दतिया। जिले में उद्घाटन एवं शिलान्यास के लिए प्रवास पर पहुंचे मध्यप्रदेश शासन के लोक निर्माण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि आज दिन दतिया जिले के लिए दीपावली, दशहरा से कम नहीं है आज का दिन ऐतिहासिक है। इस जिले के विकास के लिए सड़कों एवं पुलों के निर्माण हेतु 2 अरब की सौगत दी जा रही है। लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव आज बसई-मलिक मार्ग पर 38.16 करोड़ की लागत से बनने माँ रतनगढ़ माता नवीन पुल के शिलान्यास कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोक निर्माण राज्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश धाकड़ ने की। इस अवसर पर म.प्र. गृह निर्माण एवं अधोसंरचना मंडल के अध्यक्ष (कैबीनेट मंत्री दर्जा) आशुतोष तिवारी, सांसद संध्या राय, भाण्ड़ेर विधायक रक्षा संतराम सिरौनिया, भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र बुद्यौलिया, लोक निर्माण के मुख्य अभियंता सहित विभागीय अधिकारी जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।
लोक निर्माण मंत्री भार्गव ने पुल के भूमि-पूजन कार्यक्रम एवं सेवढ़ा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लंबे समय से क्षेत्र में इन पुलों के निर्माण की प्रतीक्षा की जा रही थी। सभी के प्रयासों से अब पुलों का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू हो जायेगा। उन्होंने कहा कि पुलों के टूट जाने से जहां क्षेत्रवासियों को आवागमन की काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा जिसको मध्यप्रदेश की सरकार ने महसूस करते हुए इन पुलों के निर्माण की स्वीकृति प्रदाय की है। उन्होंने इस मौके पर कहा कि आज जिले लिए ऐतिहासिक दिन है जहां एक साथ तीन पुलों के निर्माण के साथ-साथ सड़कों के निर्माण कार्य हेतु दो अरब रूपये की सौगातें मिली है। मंत्री भार्गव ने कहा कि प्रदेश में 2003 के पहले की सड़कों की हालत क्या थी यह सभी को पता है लेकिन 2003 के बाद प्रदेश में विभिन्न योजनाओं के तहत् जहां सड़कों का जाल बिछाया गया है वहीं पुल-पुलियों के निर्माण से लोगों को आवागमन की सुविधा बड़ी है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि 2003 के पूर्व सड़क मार्ग से सागर से भोपाल जाने में 8 घंटे लगते थे। लेकिन अब सड़कें बन जाने से तीन घंटे में सफर तय हो जाता है। उन्होंने कहा कि 2003 के पूर्व सड़कों पर गढ़डे ही गढ़डे दिखाई देते थे लेकिन हमारी सरकार आने पर गुणवत्तापूर्ण सड़कों का निर्माण होने के साथ सड़कों पर गढ़डे भी नहीं दिखाई दे रहे है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि 66 करोड़ की लागत से इन्दरगढ़ कामद, पण्ड़ोखर मार्ग, इन्दरगढ़ पिछोर मार्ग की स्वीकृति प्रदाय की गई है। सेवढ़ा में एक करोड़ 25 लाख की लागत से सार्किट हाउस का भी निर्माण किया जायेगा। इसके साथ ही सेवढ़ा में एसडीएम कार्यालय भवन का निर्माण किया जायेगा। भार्गव ने कहा कि सनकुआं के पुरातत्व एवं ऐतिहासिक धरोहर को देखते हुए इसका भी प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी गांवों को पक्की सड़कों से जोड़ा गया है। दतिया से सेवढ़ा मार्ग के सुद्धरीकरण के लिए 150 करोड़ का भी प्रावधान किया जायेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए लोक निर्माण राज्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिले को आज एक नहीं तीन-तीन पुलों की सौगातें मिली है। प्रभारी मंत्री के रूप में दतिया के विकास के लिए राशि की कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि 14 हजार करोड़ के रूपये की राशि उनके विभााग को स्वीकृत की गई है। म.प्र. गृह निर्माण एवं अधोसंरचना मंडल के अध्यक्ष (कैबीनेट मंत्री दर्जा) आशुतोष तिवारी ने कहा कि सेवढ़ा क्षेत्र एक अध्यात्मिक क्षेत्र होने के कारण विकास की अपार संभावनायें है। सेवढ़ा के विकास के लिए हम सभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सहयोग करना होगा। कार्यक्रम को सांसद संध्या राय ने संबोधित करते हुए कहा कि सेवढ़ा क्षेत्र के लोगों को केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा बढ़ी सौगातें दी है इन पुलों के निर्माण हो जाने से जिले के साथ-साथ प्रदेश के बाहर के लोगों को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने इस मौके पर सेवढ़ा से दतिया इन्दरगढ़ मार्ग को टू लेन बनाने की एवं इन्दरगढ़ में वायपास बनाने की मांग की।