नई दिल्ली। आज डाटा प्राइवेसी डे (Data Privacy Day) है। 28 जनवरी को पुरी दुनिया में इस दिवस को मनाया जाता है। इसका खास मकसद ये है कि लोग जान सकें कि उनेक जीवन में डाटा की प्राइवेसी कितनी जरूरी है। हालांकि अभी तक इस दिन में भारत में व्यापक रूप से नहीं मनाया जाता। लेकिन कनाडा और अमेरिका सहित यूरोप के कई देशों में डाटा प्राइवेसी डे को बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि अगर आपाक मोबाइल या कंप्यूटर कोई हैक कर लेता है तो हमें कैसे पता चलेगा कि हमारा इलेक्ट्रॉनिक गैजेट हैक हो चुका है।
फोन अगर स्लो चले
जब भी आपका मोबाइल या कंप्यूटर हैक होता है तो इसके कुछ संकेत से आप पता लगा सकते हैं कि आपका डाटा हैक हुआ है या नहीं। जैसे अगर आपका फोन धीमा काम कर रहा है तो हो सकता है कि फोन के बैकग्राउंड में कोई मैलवेयर (Malware) काम कर रहा हो। जिससे आपका डाटा हैक हो सकता है। ऐसे में जब भी आपका फोन स्लो चले तो इसका पता जरूर लगाएं कि ऐसा क्यों हो रहा है।
बैटरी जब तेजी से खत्म हो
अगर आप अपने फोन को यूज नहीं कर रहे हैं और आपको ऐसा लग रहा है कि बैटरी तेजी से खत्म हो रही है तो इस स्थिती में भी फोन हैक होने का खतरा है। ऐसे में सबसे पहले आप अपने फोन को किसी अच्छे मैकेनिक से दिखाएं। फोन की बैटरी को चेक कराएं। अगर वो ठीक से काम कर रहा है और फिर भी बैटरी तेजी से ड्रेन हो रही है तो समझ जाइए कि फोन हैक हो गया है।
अचानक से पॉप अप्स मैसेज की संख्या बढ़ जाए
जब आप फोन यूज कर रहे होते हैं तो कई बार नोटिफिकेशन के पॉप अप मैसेज आते रहते हैं। लेकिन अगर अचानक से पॉप अप्स मैसेज की संख्या बढ़ जाए और ऐसे मैसेजे आने लगे जिसके बारे में आपको पता भी नहीं है तो मान के चलिए की आपके फोन में एडवेयर का इनफेक्शन है। ये एडवेयर भी एक तरह का मालवेयहर ही होता है। जो आपके फोन या कंप्यूटर में छुपकर आपके स्क्रिन को पढ़ते रहता है और डाटा चुरा लेता है।
बिना इंस्टॉल के अगर ऐप्स दिखे
वहीं अगर आप रेगुलर फोन यूज करते हैं और बड़े ध्यान से अपने सारे ऐप्स को पहचानते है। लेकिन एक दिन आपको अचानक से लगता है कि मैंने इस ऐप को कभी इंस्टॉल ही नहीं किया था और फिर भी मेरे पास है तो समझिए कि आपका फोन हैक हो चुका है।
विचित्र टेक्स्ट मैसेज आने लगे तो
अगर आपके फोन में विचित्र टेक्स्ट मैसेज आने लगे जिसे आप समझ ही नहीं पा रहे हो कि इसमें लिखा क्या है। इसका मतलब यह है कि आपका फोन कोई तिसरे व्यक्ति के कंट्रोल में है। इसलिए सबसे पहले अपने फोन को सुरक्षित करें और फिर किसी जानकार से इस बारे में सलाह जरूर लें।