भोपाल। दमोह उपचुनाव को लेकर भाजपा Damoh By- Election 2021 ने तैयारी शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि जल्द ही उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। उधर इस सीट ने भाजपा की ओर से प्रत्याशी का नाम घोषित किया जा चुका है। नाम घोषित होने के बाद राहुल लोधी ने भी अपने समर्थकों के साथ जनसंपर्क शुरू कर दिया है।
मलैया का कहना है कि हम पार्टी लाइन के साथ
जानकारी के अनुसार दमोह विधानसभा सीट से राहुल लोधी Rahul lodhi के नाम का एलान होने के बाद वे लगातार भाजपा नेताओं और संघ के पदाधिकारियों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद राहुल ने संघ के पदाधिकारियों को क्षेत्र की जमीनी स्थिति से अवगत कराया। इसके साथ ही उन्होंने संघ से मदद भी मांगी। राहुल लोधी का नाम घोषित होने के बाद क्षेत्र के भाजपा दिग्गज नेता एवं पूर्व मंत्री जयंत मलैया और उनकी पत्नी भाजपा नेत्री सुधा मलैया का कहना है कि हम पार्टी लाइन के साथ है।
जनसंपर्क शुरू कर दिया
भले ही चुनावों की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ हो,लेकिन राहुल लोधी अपनी जीत के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहते। राहुल ले कुछ ही दिन पहले भाजपा के सभी छोटे-बड़े नेताओं से मेल मुलाकात कर जनसंपर्क शुरू कर दिया है।
संगठन के साथ मंथन
दमोह चुनाव के प्रभारी एवं नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बूथ स्तर पर मजबूत जमावट पर जोर दिया है, 27 फरवरी को मंत्री सिंह ने कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ संगठन के कार्यकर्ताओं से चर्चा की है।
बढ़ रही है राहुल की धड़कन
दमोह में पिछले 2 महीने से ऐसी अटकलें चल रही है कि भाजपा नेता मलैया के बेटे इस उपचुनाव में मैदान में कूद सकते हैं। इस कारण राहुल की धड़कनें बढ़ी हुई है, लेकिन अभी इस बारे में अधिकृत तौर पर पुष्टि नहीं की। हालांकि मलैया दंपत्ति अपनी ओर से स्पष्ट कर चुके हैं कि वे पार्टी लाइन के साथ हैं।
प्रत्याशी के नाम पर मुहर लगा दी
गौरतलब है कि सीएम शिवराज ने कुछ दिन पहले दमोह सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी के नाम पर मुहर लगा दी है। दमोह पहुंचे सीएम शिवराज ने मंच से राहुल लोधी के नाम पर मुहर लगाई थी। उन्होंने जनता से अपील की है कि थी कि राहुल लोधी को वोट करें, बीजेपी को जिताएं। सीएम शिवराज ने मंच से कहा था कि आप हमारा सहयोग करें. बीजेपी का साथ दें। राहुल लोधी को आशीर्वाद दें। दमोह को विकास के मामले में पीछे नहीं रहने दिया जाएगा।
राहुल लोधी ने दिया था इस्तीफा
दमोह विधानसभा सीट पर साल 2018 में कांग्रेस की टिकट पर राहुल लोधी विधायक बने थे और अक्टूबर 2020 में उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए। जिसकी वजह से दमोह विधानसभा सीट खाली है और उस पर अब उपचुनाव होना है।
सेंध लगाने की योजना
राहुल सिंह लोधी का ग्रामीण इलाकों में दबदबा है तो शहरी क्षेत्र में जयंत मलैया का ज्यादा प्रभाव है। राहुल की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद जिले के मंत्री भी उनकी जीत के लिए जोर आजमाइश करेंगे, लेकिन कांग्रेस उनके ग्रामीण वोट बैंक में सेंध लगाने की योजना बना रही है।
लोधी वोटों में सेंधमारी के लिए कांग्रेस अवधेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस को उम्मीद है कि शहरी इलाकों में जयंत मलैया के समर्थकों का असंतोष राहुल सिंह लोधी के पटकनी देने में मददगार होगा।
सात बार विधायक रहे मलैया
भाजपा के पूर्व मंत्री जयंत मलैया दमोह विधानसभा सीट से सात बार विधायक रहे, लेकिन 2018 के चुनाव में उन्हें राहुल सिंह लोधी ने हरा दिया था। राहुल कांग्रेस की टिकट पर जीते और फिर बीजेपी में शामिल हो गए। अब वहां उपचुनाव होने वाले हैं और बीजेपी ने राहुल को अपना उम्मीदवार बनाने का ऐलान कर दिया। इससे जयंत मलैया ही नहीं, उनके बेटे सिद्धार्थ मलैया के राजनीतिक भविष्य पर भी सवाल खड़े हो गए।