Damoh By Election 2021 : दमोह उपचुनाव मेें बीजेपी प्रत्याशी राहुल सिंह के चचेरे भाई उतरे मैदान में, भाई पर तंज कसते आए नजर

दमोह। दमोह विधानसभा में हो रहे उपचुनाव Damoh By Election 2021 मे बीजेपी और कांग्रेस के कैंडिडेट से अलग निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतरे वैभव सिंह लोधी Vaibhav Singh Lodhi independent candidate अपने चुनाव चिन्ह चप्पल से सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। सबसे खास बात ये है कि निर्दलीय प्रत्याशी वैभव सिंह लोधी भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह एवं बड़ा मलहरा विधायक प्रदुमन सिंह के चचेरे भाई हैं।
तंज करते नजर आ रहे हैं
दमोह विधानसभा उपचुनाव में अब कुल 22 प्रत्याशी चुनावी समर में मैदान में है इन सब के बीच जहां मुख्य राजनैतिक पार्टी कांग्रेस के अजय टंडन और बीजेपी के राहुल सिंह मैदान में हैं। वहीं दल बदल कर बीजेपी में आए राहुल और प्रद्दुम सिंह के चचेरे भाई वैभव सिंह अब निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जनता के सामने है। सभी प्रत्याशियों में सबसे ज़्यादा पढ़े लिखे उम्मीदवार अपनी सामाजिककार्यकर्ता की छवि और बेवाकी के लिए तो जाने जाते हैं पर अब उनका चुनाव चिन्ह चप्पल और उसके पीछे के मकसद को लेकर सीधे अपने भाई पर तंज करते नजर आ रहे हैं।
सबका मन भटकाकर चांदी काटी
चप्पल को जहां हर व्यक्ति घर और हर धार्मिक स्थल के बाहर उतारकर चलता है। वहीं वैभव अपने इस चुनाव चिन्ह को सिर माथे पर लगाते हुए इसकी महत्वत बताने में पीछे नहीं हैं,भाई भतीजावाद और जातिवाद पर इन्होंने कहा कि सिर्फ जाति और रिश्तेदारी को दमोह के नेताओं ने अपने को आगे करने का माध्यम बनाया है और वास्तविक मुद्दों से सबका मन भटकाकर चांदी काटी है।
वैभव सिंह निर्दलीय प्रत्याशी
दमोह मे उपचुनाव होने वाले है और यहां सभी प्रत्याशी की राह कांटो भरी है। ऐंसे मे चुनावी चप्पल वैभव सिंह के रास्ते के कांटो से इन्हें किस हद तक बचा पाते हैं ये आने वाला समय बताएगा।
विधायकों की फौज उतार रखी है
प्रदेश के दमोह विधानसभा सीट पर 17 अप्रैल को चुनाव होना है। इसको लेकर चुनावी घमासान मचा हुआ है। यहां भाजपा और कांग्रेस के साथ अन्य प्रत्याशी भी भाग्य परखने में पीछे नहीं हैं। यहां अब तक कुल 11 प्रत्याशियों ने अपने नाम वापस ले लिए हैं।
वहीं अभी भी 22 प्रत्याशी मैदान में डटे हुए हैं। इस सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी राहुल लोधी और कांग्रेस के प्रत्याशी अजय टंडन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। यहां दोनों पार्टियों ने अपनी-अपनी रणनीति बनाकर अमल करना शुरू कर दिया है। जहां भाजपा ने इस सीट पर चुनाव का दो-दो मंत्रियों को प्रभार सौंपा है। वहीं कांग्रेस ने भी यहां अपने विधायकों की फौज उतार रखी है।
राहुल लोधी ने दिया था इस्तीफा
दमोह विधानसभा सीट पर साल 2018 में कांग्रेस की टिकट पर राहुल लोधी विधायक बने थे और अक्टूबर 2020 में उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए। जिसकी वजह से दमोह विधानसभा सीट खाली है और उस पर अब उपचुनाव होना है। बता दें कि दमोह सीट पर 17 अप्रैल को दमोह विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे और 2 मई को मतों की गणना होगी। विधानसभा उपचुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए चुनाव आयोग ने बताया था कि 17 अप्रैल को वोटिंग होगी और 2 मई को नतीजा आएगा।