Cyber Fraud Protection: साइबर अपराध और डिजिटल ठगी के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए इंदौर पुलिस ने जनजागरूकता अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत पुलिस नुक्कड़ नाटकों, सोशल मीडिया पोस्टर्स, और जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए लोगों को साइबर फ्रॉड और डिजिटल धोखाधड़ी से बचने के उपाय बता रही है।
साइबर फ्रॉड रोकने के लिए पुलिस का अभियान
साइबर अपराधों से बचाव के लिए इंदौर पुलिस ने ‘स्क्रीन का साया’ नामक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। छप्पन दुकान पर आयोजित इस नाटक में दिखाया गया कि कैसे अपराधी नकली एजेंसियों (जैसे CBI, ED, क्राइम ब्रांच) के नाम पर लोगों को धमकाते और ठगी करते हैं।
पलासिया चौराहे पर पुलिस ने रेड सिग्नल पर रुकने वाले लोगों को साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय बताते हुए पैम्फ़लेट वितरित किए। कार्यक्रम के दौरान करीब 500 लोगों को साइबर सुरक्षा के पैम्फ़लेट और स्टिकर्स वितरित किए गए। इसके साथ ही, लोगों को बताया गया कि पुलिस द्वारा ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी कोई प्रक्रिया नहीं होती।
230 से ज्यादा स्थानों पर जागरूकता फैलाने की पहल
एडी.डीसीपी क्राइम ब्रांच, राजेश दंडोतिया ने इस अभियान का नेतृत्व करते हुए बताया कि वे अब तक 230 से अधिक स्थानों पर जाकर लोगों को साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय (Cyber Fraud Protection) समझा चुके हैं।
उन्होंने बताया, ‘हमने लोगों को समझाया है कि अनजान कॉल, फर्जी ईमेल, और ऑनलाइन लेन-देन में सतर्कता बेहद जरूरी है।’ उन्होंने स्कूल-कॉलेज, बैंक, अस्पताल, बीएसएफ, वरिष्ठ नागरिक समूहों, कॉलोनियों और टाउनशिप में जागरूकता सत्र भी आयोजित किए।
सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता
इंदौर पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विशेष डीपी (डिस्प्ले पिक्चर) और पोस्टर जारी किए हैं। इनमें साइबर अपराधों के संभावित खतरों के बारे में जानकारी दी गई है और सतर्क रहने की अपील की गई है। इन पोस्टरों में नागरिकों को साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 और इंदौर पुलिस हेल्पलाइन नंबर 7049124445 पर संपर्क करने का संदेश दिया गया है।
साइबर अपराध से बचने के लिए सुझाव
1. अनजान कॉल या ईमेल से प्राप्त लिंक पर क्लिक न करें।
2. बैंक या सरकारी एजेंसियों के नाम पर मांगी गई गोपनीय जानकारी साझा न करें।
3. किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर सूचना दें।
4. नियमित रूप से पासवर्ड बदलें और मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
5. डिजिटल लेन-देन करते समय सतर्क रहें और भरोसेमंद प्लेटफॉर्म का उपयोग करें।
इंदौर पुलिस का यह जागरूकता अभियान साइबर फ्रॉड रोकने (Cyber Fraud Protection) की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नुक्कड़ नाटक, सोशल मीडिया पोस्टर, और अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से पुलिस ने नागरिकों को सतर्क रहने का संदेश दिया है।
बता दें, इंदौर में साइबर फ्रॉड और डिजिटल ठगी की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें लोग अपने करोड़ों रुपए गंवा चुके हैं। घटनाओं के बाद वे क्राइम ब्रांच और पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हैं। इसी पर अंकुश लगाने और नागरिकों को साइबर फ्रॉड व डिजिटल ठगी से बचाने के लिए इंदौर पुलिस ने यह पहल शुरू की है।
स्लोगन- “साइबर सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी है, सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।”
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