Corruption In MP: आगर-मालवा में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया। रिश्वत लेने पर बीजेपी विधायक मधु गहलोत भड़क गए। इतना ही नहीं उन्होंने एसपी ऑफिस पहुंचकर धरना प्रदर्शन कर दिया। दरअसल, एक जमीन खरीदी के मामले में दो बीजेपी कार्यकर्ता पुलिस से शिकायत करने गए थे। पीड़ितों के मुताबिक प्रधान आरक्षकों ने उनसे 3 लाख रुपए रिश्वत के तौर पर लिए।
सुन रहे, देख रहे है मुख्यमंत्री साहब @DrMohanYadav51
जी……मध्य प्रदेश के आगर मालवा ज़िले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने एक FIR लिखने के एवज में ₹3 लाख़ वसूले।
"हमने पुलिस की फ़ीस समझ कर दे दिया," पीड़ित
जब इस बात की भनक स्थानीय भाजपा विधायक मधु गहलोत को… pic.twitter.com/iINqhMC1xy
— Yash Bhartiya یش بھارتیہ यश भारतीय🇧🇾 (@yash_samajwadi) May 16, 2024
‘मेरे फोन करने के बाद भी पैसे क्यों लिए’
पीड़ितों ने बताया कि पुलिस स्टेशन आने से पहले बीजेपी कार्यकर्ता विधायक मधु गहलोत के पास गए थे। विधायक ने एसपी को फोन किया और कहा कि मेरे आदमी आ रहे हैं इनका काम करा देना। जब पीड़ित पुलिस स्टेशन पहुंचे तो उनसे FIR लिखने के 3 लाख रुपए ले लिए गए। पीड़ितों ने पुलिस की फीस समझकर पैसे दे भी दिए। जब विधायक मधु गहलोत को इसकी जानकारी लगी तो वे गुस्से में आ गए। उन्होंने एसपी को फोन लगाया और कहा कि मेरे फोन करने के बाद भी पैसे लिए।
पीड़ितों का बयान
पीड़ितों ने बताया कि हमने एक शख्स से जमीन खरीदी थी। हमने जमीन के उसको पूरे पैसे दिए, लेकिन उसने हमारी झूठी शिकायत की। हम कायमी के लिए पुलिस के पास गए थे। हमसे पुलिस ने कहा कि पैसा लगेगा। हमें लगा पुलिस में सिस्टम होगा तो हमने 3 लाख रुपए दे दिए।
बीजेपी विधायक मधु ने किया धरना प्रदर्शन
बीजेपी कार्यकर्ताओं से पुलिस ने रिश्वत ले ली, इस पर विधायक मधु गहलोत भड़क गए। उन्होंने एसपी को फोन करके कहा कि मेरे फोन करने के बाद भी पैसे ले लिए। आरक्षकों को सस्पेंड करिए और पैसे वापस कराइए। विधायक मधु एसपी ऑफिस पहुंचकर धरने पर बैठ गए। आनन-फानन में एसपी ने आरक्षकों को सस्पेंड किया और जांच बैठाई।
एसपी क्या बोले ?
आगर मालवा एसपी ने बताया कि कल कोतवाली में एक 420 का अपराध पंजीकृत हुआ था। पीड़ितों ने आरोप लगाया कि प्रधान आरक्षक राधेश्याम कारपेंटर और नरेंद्र सिंह भाटी के द्वारा 3 लाख रुपए लिए गए। पीड़ितों के आवेदन पत्र के आधार पर मैंने दोनों कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। इसकी जांच सीएसपी करेंगे।
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अपने कार्यकर्ताओं के लिए धरने पर बैठे विधायक मधु, आम आदमी का क्या ?
ये मामला बड़े सवाल खड़े करता है। क्या आगर मालवा पुलिस ने रिश्वत लेने का सिस्टम बना रखा है। बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए तो विधायक मधु गहलोत ने एसपी को फोन कर दिया था। इसके बाद भी पुलिस ने उन्हें नहीं छोड़ा और आखिर विधायक मधु को धरने पर बैठना पड़ा। शायद रिश्वत में दिए पैसे भी बीजेपी कार्यकर्ताओं को वापस मिल जाएं। लेकिन उस आम आदमी का क्या जिसके लिए किसी विधायक का एसपी के पास फोन नहीं आता। उस आम आदमी का क्या जिसके लिए कोई विधायक धरने पर नहीं बैठता। उसे तो अच्छी-खासी रिश्वत पुलिस को देनी पड़ती होगी। अब आगर मालवा पुलिस कई सवालों के घेरे में है।