नई दिल्ली। कोरोना महामारी के खिलाफ देश में इस वक्त दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में सरकार ने इसे लेकर एक बड़ा फैसला किया है। सरकार ने कहा है कि अब 60 साल से अधिक उम्र के लोगों तथा किसी दूसरी बीमारी से ग्रसित 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को 1 मार्च से कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीका लगाया जाएगा।
निजी क्लिनिक में टीका लगवाने पर लगेगा पैसा
साथ ही सरकार ने ये भी फैसला किया है कि अगर कोई व्यक्ति किसी निजी क्लिनिक में टीका लगवाना चाहता है तो वो वहां भी लगवा सकता है। लेकिन यहां इसके लिए उसे शुल्क देना होगा। बतादें कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में ही यह निर्णय लिया गया है। बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने मीडिया को बताते हुए कहा कि नए श्रेणी में जोड़े गए लोगों के लिए 10 हजार सरकारी केंद्रों पर फ्री में टीका लगाया जाएगा। जबकि निजी क्लिनिक पर टीका लगवाने के लिए शुल्क की तो बात की गई है। लेकिन इस बारे में ये नहीं बताया गया कि यह शुल्क कितना होगा।
16 जनवरी से ही टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है
गौरतलब है कि 16 जनवरी से ही हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन अब सरकार ने इस टीकाकरण में 60 साल से अधिक और दूसरी बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए भी टीका लगाने का फैसला किया है। बतादें कि टीका अभियान को शुरू करने से पहले 3 जनवरी को भारत के ड्रग रेगुलेटर ने सीरम इंस्टीट्यूट के वैक्सीन कोविशिल्ड और भारत बायोटेक के स्वदेशी रूप से विकसित कोवैक्सिन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी थी।
प्राइवेट अस्पताल में भी लगवा सकते हैं वैक्सीन
टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 11 लाख से अधिक लोगों ने टीके लगावाए हैं। वहीं अब सरकार चाहती है कि इस अभियान को और तेज किया जाए। यही कारण है कि अब निजी अस्पतालों को भी वैक्सीन लगाने की छूट दी गई है।
देश में कोरोना के आंकड़े
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 13,742 नए मामले सामने आए। वहीं कोविड के कुल मामलों की संख्या 1,10,30,176 हो गई है। जबकि पिछले 24 घंटे में 104 मौतें हुईं। इसके साथ ही कुल मरने वालों का आंकड़ा 1,56,567 तक पहुंच गया है।
Image source– @DDNewsHindi