नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉम के मिलने से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। दुनिया भर के लोग पिछले 2 साल से कोरोना से परेशान हैं। वैक्सीन आने के बाद लोगों को लग रहा था कि अब इस महामारी से दुनिया बच जाएगी। लेकिन एक बार फिर से कोरोना के नए वेरिएंट ने लोगों को डराना शुरू कर दिया है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे एक्सपेरिमेंटल च्यूइंग गम (Chewing gum) के बारे में बताएंगे जो आपको कोविड के खतरे से बचा सकती है।
95 % कोविड पार्टिकल्स मुंह में ही हो जाती है ट्रैप
वैज्ञानिकों ने इस च्यूइंग गम को लेकर दावा किया है कि यह 95 प्रतिशत तक कोविड पार्टिकल्स को मुंह में ही ट्रैप कर लेती है, जिससे बीमारी को फैलने से रोकने में मदद मिलती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये च्यूइंग गम एक नेट की तरह काम करती है और वायरस के पार्टिकल्स को ट्रैप करती है। ये Saliva में वायरस की मात्रा को सीमित कर देती है और बीमारी को ट्रांसमिशन को खत्म कर देती है।
च्यूइंग गम ट्रांसमिशन को रोक देती है
बतादें कि जब कोई संक्रमित व्यक्ति बात करता है, सांस लेता है या खांसता है तो ऐसे में बीमारी के फैलने का खतरा रहता है, लेकिन ये च्यूइंग गम इस ट्रांसमिशन को रोक देती है। इस स्पेशल च्यूइंग गम में ACE2 Protein की कॉपीज होती हैं, जो सेल सर्फेस पर पाई जाती हैं। वायरस सेल्स को संक्रमित करता है, लेकिन हाल ही में किए गए एक्सपेरिमेंट में पाया गया कि जब वायरस पार्टिकल्स च्यूइंग गम के ACE2 से अटैच होती हैं, तो इससे वायरस लोड कम होता है। वैज्ञानिकों ने अपने जांच में पाया कि इससे 95 % तक लोड कम होता है।
आम च्यूइंग गम जैसा हा स्वाद
University of Pennsylvania की रिसर्च टीम की Molecular Therapy की रिपोर्ट के अनुसार, इस गम का स्वाद आपको आम च्यूइंग गम जैसा ही लगेगा। आप इसे लंबे समय तक नॉर्मल तापमान पर स्टोर भी कर सकते हैं। वैज्ञानिकों की मान तो वैक्सीन के साथ इसका इस्तेमाल इंसान को फायदा पहुंचाएगा। हालांकि अभी ये च्यूइंग गम आमतौर पर इस्तेमाल के लिए बाजार में उपलब्ध नहीं है, लेकिन शोधकर्ता इसके फाइनल रिजल्ट को तैयार कर बाजार में लाने की रणनीति बना सकते हैं।