इंदौर। प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर ने जमकर कहर बरसाया है। इस लहर की चपेट में आकर प्रदेश के हजारों लोग काल के गाल में समा गए हैं। वहीं लंबे समय से कोरोना के कहर से राहत है। हालांकि तीसरी लहर की भी लगातार चेतावनी दी जा रही है। मंगलवार को इंदौर के महाराजा यशवंतराव (एमवाय) अस्पताल में चार मरीज भर्ती हुए हैं। ये चारों मरीज ब्लैक फंगस का शिकार हैं। वहीं अगस्त महीने में पहली बार ब्लैक फंगस के एक मरीज की मौत हुई है। ये मरीज महाराजा यशवंतराव (एमवाय) अस्पताल में इलाज करा रहा था। अस्पताल में अब तक ब्लैक फंगस 57 मरीजों की मौत हो चुकी है।
इसके पहले जुलाई माह में अस्पताल में ब्लैक फंगस से तीन मरीजों की मौत हुई थी। वहीं वर्तमान की बात करें तो अभी अस्पताल में 78 ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती हैं। बता दें कि प्रदेश में एक बार फिर से कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। वहीं इंदौर में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में मामूली बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। प्रदेश में कोरोना का कहर तो थम गया है लेकिन तीसरी लहर की आशंका लगातार जताई जा रही है। वहीं अब ब्लैक फंगस के मामले देखकर लग रहा है कि एक बार फिर संकट गहराता जा रहा है। हालांकि प्रदेश में कोरोना वैक्सीन तेजी से लगाई जा रही है।
तेजी से हो रहा टीकाकरण
मध्य प्रदेश में कोविड-19 रोधी टीके लगवाने के पात्र लोगों में से अब तक 53 प्रतिशत लोगों को टीके की पहली खुराक जबकि 10 प्रतिशत लोगों को टीके की दोनों खुराक लगाई जा चुकी हैं। प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने मंगलवार को यहां बताया कि टीकाकरण के लिए कुल पात्र आबादी में से अब तक 53 प्रतिशत लोगों को टीके की पहली खुराक लगाई जा चुकी है जबकि दस फीसद लोगों को टीके की दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं। अधिकारी ने कहा कि संख्या के लिहाज से बात करें तो कुल 2.93 करोड़ लोगों को टीके के पहली खुराक तथा 57 लाख लोगों को टीके की दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं। अधिकारी ने बताया कि ये आंकड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में सोमवार को सचिवालय में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति की समीक्षा बैठक में दिए गए। बैठक में चौहान ने लक्षित आबादी का शत प्रतिशत टीकाकरण जल्द से जल्द सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने लोगों से कोरोना वायरस संक्रमण से पूरी सुरक्षा प्राप्त करने के लिए अनिवार्य तौर पर पहली खुराक लेने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने बारिश के कारण बाधित हुए टीकाकरण कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिए और अधिकारियों को इस उद्देश्य के लिए पुन: महा टीकाकरण अभियान की योजना बनाने के लिए कहा। चौहान ने यह भी कहा कि राज्य में संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए किसी भी जिले में कोरोना जांच में कमी नहीं आना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मध्य प्रदेश में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 10 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 7,91,970तक पहुंच गयी। प्रदेश में संक्रमण से 10,514 लोगों की मौत हुई है। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में सोमवार को 5,02,475 लोगों को कोरोना रोधी टीके लगाए गये। इसी के साथ प्रदेश में अब तक 3,54,12,763 लोगों को टीके लग चुके हैं।