इंदौर। लैब संचालकों द्वारा अपने Corona Sampling Private Lab काम को लेकर की ढील भारी पड़ सकती है। अगर किसी भी लैब संचालक के पास से कोरोना संक्रमित की सही जानकारी जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर अगर गलत पाया गया। तो उन पर कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की जाएगी। दरअसल प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जिसमें इंदौर और भोपाल हॉट स्पॉट बना हुआ है। ऐसे में संक्रमितों की सही जानकारी न होने के कारण इन लोगों का पता लगाना मुश्किल हो रहा है। जिससे कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा अधिक होता है। आपको बता दें शहर में करीब 100 से ज्यादा संक्रमित मरीज ऐसे हैं, जो अपने निर्धारित पते पर नहीं मिल रहे हैं। यहां तक की उनके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर भी गलत पाए गए हैं। इन लापता मरीजों का पता लगाने के लिए प्रशासन कई दफे कोशिश कर चुका है, लेकिन संक्रमित आने के बाद से इन मरीजों का पता ही नहीं चल पाया है।
ये वो मरीज हैं जिन्होंने अपनी जांच प्राइवेट लैब द्वारा कराई है। लैब संचालकों द्वारा बरती जा रही इस लापरवाही के चलते प्रशासन को ये कदम उठाना पड़ा है। जिसके अनुसार अब जो भी प्राइवेट लैब संचालक, संक्रमितों गलत नाम या पते देगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बिना कंफर्म करे न लें सैंपल —
आपको बता दें प्रशासन ने लैब संचालकों को सख्त निर्देश दिए हैं। जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि लैब संचालक बिना नाम—पता सत्यापित और सुनिश्चित किए सैंपल नहीं लेंगे। बीते दिन मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के दौरान ये बात सामने आई थी। इंदौर में जिसके चलते कलेक्टर ने धारा 144 के तहत आदेश जारी कर लैब संचालकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के आदेश दे दिए हैं। आपको बता दें इंदौर में 1291 नए केस आए । इसके अलावा अगर मरीज द्वारा भी गलत जानकारी दी जाती है तो उसके खिलाफ भी एफआईदर्ज की जाएगी।
प्रदेश में कोरोना की स्थिति —
24 घंटे में कोरोना के 4755 नए केस आए
भोपाल में 1008, इंदौर में 1291, ग्वालियर में 570 मरीज मिले
जबलपुर में 349, सागर में 263, उज्जैन में 186 मरीज मिले
प्रदेश में कोरोना के 21 हजार 387 एक्टिव केस
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने ली क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक
➡️ 24 घंटे में आना चाहिए कोरोना की टेस्ट रिपोर्ट,औषधि का एक माह का रखें स्टॉक
➡️ गलत पता लिखवाएं तो मरीज पर मामला दर्ज करें#MPFightsCorona #JansamparkMP pic.twitter.com/TcmDa112pe
— Public Health & Medical Education Department, MP (@healthminmp) January 15, 2022