भोपाल। प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लगातार बात की जा रही है। बीते महीनों में सीएम शिवराज सिंह ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर प्रदेश वासियों को चेतावनी दी थी कि नियमों का पालन करें। वहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का एक मामला सामने आया है। राजधानी में कोरोना के संदिग्ध मरीजों के सैंपल की सूची एक कबाड़ी की दुकान में मिले हैं। कोटरा सुल्तानाबाद की कबाड़ी की दुकान में मिलने वाली इस सूची में मरीजों का पूरा ब्योरा है। इस कबाड़ में कोरोना का सैंपल लेने वाली स्टिक भी मिली है। इस स्टिक में माइक्रो मास्टर लिखा हुआ है। इसकी एक्सपायरी डेट साल 2023 होने के बाद भी कबाड़ी की दुकान में मिल रही हैं।
ऐसे में सवाल उठता है कि एक्सपायरी के पहले स्टिक कैसे कचरे में कैसे मिली है। इसे स्वास्थ्य विभाग द्वारा फेंका गया है? इस एक स्टिक का पैकेट करीब 70 रुपए में आता है। इसमें दो स्टिक रहती हैं। एक नाक से और दूसरी गले से सैंपल लेने के काम में आती है। स्टिक मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने मीडिया को बताया कि कई कंपनियों से सीएसआर फंड के तहत दान में स्टिक मिलती हैं। जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग से जानकारी मिली है कि बीते दिनों एक मैजिक से विभाग का कार्टून चोरी हो गया था। इस कार्टून में सैंपल स्टिक और मरीजों का डाटा रखा हुआ था। हालांकि शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई है। बता दें कि प्रदेश में अभी से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आने लगी है। वहीं प्रदेश समेत पूरे देश में संभावित तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है।
रोजाना बढ़ता जा रहा कोरोना का खतरा
रोजाना आने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बृद्धि देखने को मिल रही है। बता दें कि बीते दिनों से लगातार कोरोना नियमों के पालन को लेकर खतरा मंडरा रहा है। प्रदेश सोमवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में 13 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार भोपाल और इंदौर में तीन-तीन कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के 104 एक्टिव मामले हैं। वहीं बीते पांच दिनों की बात करें तो एक्टिव मरीजों की संख्या 56 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रदेश में रोजाना करीब 70 हजार लोगों की जांच की जा रही है।
अब तक प्रदेश में 7 लाख 92 हजार 25 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 7 लाख 81 हजार 407 मरीजों ने कोरोना को मात देकर स्वास्थ्य हासिल किया है। वहीं 10 हजार 514 लोग कोरोना की चपेट में आकर काल के गाल में समा गए हैं। जबलपुर में बीते 1 महीने बाद एक साथ 5 कोरोना के संक्रमित मरीज सामने आए हैं। वहीं भोपाल में भी 5 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं। बता दें कि प्रदेश में एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामलों ने सरकारी की चिंता बढ़ा दी है। रविवार को सीएम शिवराज सिंह ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिए अपने भाषण में कहा था कि सरकार ने कोरोना की तीसरी संभावित लहर को लेकर रणनीति तैयार कर ली गई है। वहीं लोगों से भी कोरोना नियमों के पालन की अपील की थी।