झारखंड। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि वे श्री सम्मेद शिखरजी को कभी पर्यटन स्थल घोषित नहीं होने देंगे। हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई लिखित कार्रवाई या आदेश नहीं आया है।
लिखित कार्रवाई नहीं, जारी रहेगा आंदोलन
राष्ट्रीय प्रवक्ताः दयोदय महासंघ अविनाश जैन के अनुसार अध्यादेश तो केन्द्र सरकार का है जब तक केन्द्र सरकार नोटिफिकेशन रद्द नहीं कर देती है तब तक यह कानून रद्द नहीं माना जाऐगा। हां यह अवश्य है कि अभी तक जो आरोप झारखंड सरकार पर लग रहे थे। झारखंड सरकार पर उसके लिये जैन समाज उनका आभार मानती है लेकिन जब तक केन्द्र सरकार अपना नोटिफिकेशन बापिस नहीं लेती है। तब तक यह आंदोलन बापिस नहीं लिया जाना चाहिये। तो वहीं विश्व जैन संगठन का कहना है कि श्री सम्मेद शिखर जी के संरक्षण हेतु जारी विश्वव्यापी ‘श्री सम्मेद शिखर जी बचाओ आंदोलन’ की प्रमुख मांगो को केंद्र सरकार और झारखण्ड सरकार द्वारा संशोधम किये जाने की जानकारी प्राप्त हुई है लेकिन लिखित कार्यवाही होने तक आंदोलन जारी रहेगा।