कांग्रेस विधायक का आरोप,कोरोना मरीजों के इलाज में हो रहा भेदभाव

जबलपुर। कांग्रेस विधायक ने प्रदेश सरकार पर कोरोना मरीजों के इलाज की सुविधाओं पर भेदभाव का आरोप लगाया है। विधायक विनय सक्सेना ने भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने भोपाल में चिरायु अस्पताल को करोड़ों का बजट दिया है। इस अस्पताल में इलाज, दवाइयां और भोजन तक फ्री में दिया जा रहा है वहीं, जबलपुर की जनता निजी अस्पतालों में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी इलाज को मोहताज है।
दाम बढ़ाने पर आपत्ति जताई
विधायक ने सुप्राटेक लेबोरेटरी पर भी सवाल उठाए साथ में दवा कंपनियों के दवाओं के दाम बढ़ाने पर आपत्ति जताई। इसी तरह सैनेटाइजेशन में कमी की बात भी कहीं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि, अगर 48 घण्टों के अंदर कोरोना मरीजों के इलाज की बेहतर व्यवस्था नहीं की जाती है तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी।
मुफ्त और बेहतर इलाज की सुविधा दी जाए
कोरोना संक्रमित होकर ठीक हुए जबलपुर उत्तर सीट से कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने कोरोना मरीजों के इलाज में गंभीर लापरवाही बरते जाने के आरोप लगाए हैं। आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विनय सक्सेना ने कहा कि राज्य सरकार जबलपुर के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रही है। उन्होंने मांग की है कि जिस तरह भोपाल में चिरायु हॉस्पिटल से अनुबंध कर जनता को फ्री इलाज दिया जा रहा है उसी तरह जबलपुर में भी जनता को मुफ्त और बेहतर इलाज की सुविधा दी जाए।
करोडों रुपयों का फायदा पहुंचाया
कांग्रेस विधायक ने जबलपुर और प्रदेश भर से कोरोना सैंपल अहमदाबाद की सुप्राटैक लैब को भेजे जाने पर भी सवाल उठाए हैं। विनय ने आरोप लगाया है कि सुप्राटैक से बेहतर और बड़ी सरकारी लैब जबलपुर सहित प्रदेश के महानगरों में मौजूद हैं लेकिन कोरोना की आड़ में अहमदाबाद की एक निजी फर्म को करोडों रुपयों का भुगतान किया जा रहा है।
कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी
कांग्रेस के तमाम पदाधिकारियों के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए विधायक विनय सक्सेना ने शासन प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर जबलपुर में 48 घण्टों के भीतर कोरोना मरीजों के इलाज की बेहतर व्यवस्था नहीं की जाती है तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी।