महात्मा गांधी जयंती पर बोले कांग्रेस नेता, कहा बीजेपी के दिल में बसे है गोडसे

ग्वालियर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे का जिक्र ना हो तो ऐसा हो नहीं सकता। दरअसल ये जिक्र गांधीजी पर हक की लड़ाई है, इसलिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों के बीच विचारधारा को लेकर बयानबाजी होती है। ग्वालियर में बापू की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर इशारों में हमला किया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी वाले सिर्फ ऊपर से गांधीजी अमर रहे के नारे लगा रहे थे उनके दिल में तो गोडसे बसा हुआ है वो उसके जयकारे कर रहे थे।
राष्ट्रपिता की पदवी पर भी सवाल उठाए
दूसरी तरफ बीजेपी ने कहा कि आज के दिन गांधीजी पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। जो लोग गोडसे को पूजते हैं। उनसे जाकर सवाल जवाब किया जाए। उधर इस सियासी बयानबाजी के बीच गांधीजी के हत्यारे गोडसे का मंदिर बनाने वाली हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज का बयान भी सामने आया उन्होंने गांधीजी को देश के विभाजन का मसीहा कहा है साथ ही उनकी राष्ट्रपिता की पदवी पर भी सवाल उठाए हैं।
कोर्ट में पिटीशन दायर करने की बात कही
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज जयंती है, लेकिन सियासी दल उनकी जयंती पर भी उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए सियासत करने से पीछे नहीं हटे। कांग्रेस ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर बीजेपी पर निशाना साधा है। बीजेपी महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे थे इस दौरान नारे लगाए लेकिन यह कांग्रेस को रास नहीं आए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी महात्मा गांधी के नारे धीरे से लगा रही थी कि उसे डर था कहीं गोडसे उनके नारे ना सुन ले वही हिंदू महासभा ने भी महात्मा गांधी की जयंती पर गांधी जी को विभाजन का मसीहा बताते हुए उनकी राष्ट्रपिता कहे जाने पर आपत्ति जताते हुए कोर्ट में पिटीशन दायर करने की बात कही है।
ये है मामला
ग्वालियर के फूलबाग में गांधी उद्यान में गांधी प्रतिमा पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे कांग्रेस ने हाथरस कांड के बहाने बीजेपी पर निशाना साधा और मौन धरना देकर हाथरस कांड और राहुल गांधी के साथ हुई घटना का विरोध किया, लेकिन इस दौरान कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ मुखर दिखाई दी। कांग्रेस ने सीधे तौर पर गोडसे के बहाने बीजेपी पर निशाना साधा कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी एक तरफ तो गोडसे की पूजा करती हैं, तो वहीं दूसरी तरफ उसकी विचारधारा को अपनाने का काम कर रहीं हैं। बीजेपी गोडसे पर अपना रुख स्पष्ट नहीं करती साफ है कि बीजेपी गोडसे की अनुयाई है।